-
गुस्सा एक ऐसी भावना है जो इंसान को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकती है। क्या आप जानते हैं कि सिर्फ 2 मिनट का गुस्सा आपके शरीर को कई घंटों तक नुकसान पहुंचा सकता है? आइए जानते हैं कि गुस्सा कैसे आपके शरीर को प्रभावित करता है। (Photo Source: Pexels)
-
2 मिनट का गुस्सा आपके शरीर में क्या बदलाव लाता है?
जब आप गुस्से में होते हैं, तो आपके शरीर में ‘कॉर्टिसोल’ नामक हार्मोन का स्तर तेजी से बढ़ जाता है। केवल 2 मिनट के गुस्से से आपके शरीर में अगले 7 घंटों तक कॉर्टिसोल का स्तर हाई रहता है। इसका असर न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी कमजोर करता है, जो आपकी चिंता और बेचैनी को बढ़ाता है। (Photo Source: Pexels) -
क्या है कोर्टिसोल?
कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है जो आपकी शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है, जैसे कि आपके मेटाबॉलिज्म, रक्तचाप, और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना। जब कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, तो आपका शरीर तनाव की स्थिति में आ जाता है, जिससे आपको शारीरिक और मानसिक कमजोरी महसूस हो सकती है। (Photo Source: Pexels) -
इम्यून सिस्टम होता है कमजोर
गुस्से के बाद 7 घंटों तक आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में कमजोर हो जाता है। इससे आपको आसानी से सर्दी, खांसी और अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। (Photo Source: Pexels) -
सेल रिजनरेशन हो जाती है धीमी
गुस्से के बाद आपके शरीर की सेल रिजनरेशन यानी कोशिकाओं के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया 7 घंटों के लिए धीमी हो जाती है। इसका सीधा असर आपकी स्किन और शरीर की मरम्मत प्रक्रिया पर पड़ता है। गुस्से के कारण आपकी स्किन की हीलिंग प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है और चोट या स्किन से जुड़ी समस्याएं ठीक होने में समय लग सकता है। (Photo Source: Pexels) -
नींद पर असर
गुस्सा आपकी स्लीप साइकिल को भी प्रभावित करता है। केवल 2 मिनट के गुस्से से आपके नींद की साइकिल अगले 24 घंटों तक खराब हो सकती है, जिसका अर्थ है कि इतने समय तक के लिए आप आरामदायक नींद नहीं ले पाएं। जब नींद पर असर पड़ता है, तो अगला पूरा दिन आपकी थकान, चिड़चिड़ाहट और ध्यान की कमी के साथ गुजर सकता है। (Photo Source: Pexels) -
मनोविज्ञान पर प्रभाव
गुस्से के कारण आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। यह चिंता, तनाव, और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को बढ़ावा देता है। मानसिक तनाव आपके निर्णय लेने की क्षमता, रिश्तों में तनाव, और काम की उत्पादकता पर भी नकारात्मक असर डालता है। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में क्यों शामिल नहीं हैं रतन टाटा, ये है वजह)