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दिल्ली चिड़ियाघर में मंगलवार को एक सफेद बाघ ने 20 साल के एक युवक को उस समय अपना शिकार बना डाला जब वह बाघ के बाड़े में गिर गया। युवक आनंद पर्वत इलाके का निवासी था।
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पुलिस ने इस मामले में लापरवाही का मामला दर्ज किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अगर चिड़ियाघर प्रशासन ने अचेत करने वाली बंदूक (ट्रैंक्विलाइजर गन) का इस्तेमाल कर या किसी दूसरे तरीके से बाघ पर काबू पाया होता तो युवक की जान बच सकती थी।
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चिड़ियाघर घूमने आए लोगों के मोबाइल फोन कैमरे में कैद इस घटना के वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि युवक को अपने बाड़े में पाकर शुरू में सात साल का बाघ विजय अनभिज्ञ था। दोनों कई मिनट तक एक दूसरे के आमने सामने बैठे रहे। वीडियो से पता चला है कि वहां मौजूद लोगों द्वारा बार-बार उत्तेजित किए जाने पर बाघ ने युवक को उसके शर्ट की कॉलर से उठाया और पटक दिया। इसके बाद बाघ उसे एक किनारे ले गया और उसपर झपटा। इसके बाद बाघ ने उसकी जान ले ली।
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घटना का शिकार युवक मकसूद आनंद मानसिक रोग से पीड़ित बताया जा रहा है। मकसूद के पिता ने कहा कि उनका बेटा दो साल पहले मानसिक रोग के लिए कुछ दवाएं लेता था। वह भांग का सेवन भी करता रहा था। मकसूद ने स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी और एक कारखाने में काम करता था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा,‘वह कई बार अपने परिवार को बिना बताए घर से निकल जाता था। आज भी वह अकेले ही चिड़ियाघर आया था।’
