भारत ने पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत करने को लेकर सहमति की बात से इनकार किया है। भारत की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के उस प्रोपैगंडा के बाद आई है जो उसने पीएम मोदी के जवाबी पत्र को लेकर किया है। दरअसल, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नरेंद्र मोदी के दुबारा प्रधानमंत्री चुने जाने पर अपने समकक्ष को बधाई दी थी।
इसके जवाब में भारत की तरफ से जवाबी पत्र लिखा गया था। पत्र में लिखा था कि भारत पाकिस्तान समेत अपने सभी पड़ोसी देशों से सामान्य और सहयोगात्मक संबंध चाहता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘स्थापित राजनयिक तौर-तरीकों के अनुरूप प्रधानमंत्री और भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अपने भारतीय समकक्ष को दिए बधाई संदेश का जवाब दिया था।
इस संदेश में कहा गया था कि भारत अपने सभी पड़ोसियों (पाकिस्तान समेत) से सामान्य और सहयोगात्मक संबंध चाहता है।’ इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया में राजनयिक सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही थी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बधाई संदेश के जरिये पाकिस्तान से बातचीत करने की इच्छा जाहिर की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दृढ़तापूर्वक इस बात को कहा कि पीएम मोदी ने इस बात जोर दिया था कि विश्वास का माहौल, आतंक मुक्त वातावरण का निर्माण किए जाने की जरूरत है। मालूम हो कि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी बरकरार है।
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद 24 फरवरी को जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुस कर एयरस्ट्राइक भी की थी। इस पर पाकिस्तान ने 26 फरवरी से अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था। भारत ने आतंक के खिलाफ पाकिस्तान की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई होने तक किसी भी तरह की बातचीत से इनकार किया है।