मोदी सरकार सरकार द्वारा लाये गए तीन कृषि कानूनों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। मंगलवार को टिकैत टीवी चैनल ‘एबीपी गंगा’ में चर्चा के दौरान राजनीति सवाल पूछे जाने पर एंकर पर भड़क गए।

9 महीने से भी ज्यादा समय से देश के किसान मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा के मद्दे-नज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ का दौरान किया। इसको लेकर एंकर रोहित सावल ने उनसे पूछा कि आपको मोदी का सम्बोधन कैसा लगा। पीएम खुद पश्चिमी यूपी पहुंचे और किसान कल्याण और गन्ना किसानों की बात की। आपको कैसा लगा?

इसपर किसान नेता ने कहा, “मैं सिम्भावली में हूं अभी यहां तो गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हुआ। पिछले साल का पैसा अब भी बकाया है। 15 से 18 हज़ार करोड़ रुपया बकाया है। क्या भाषणों से किसान का पैसा मिल गया? पीएम को लिख के पर्चा दे दिया और झूठ बुलवा दिया। कोई देखता नहीं है क्या कि कितना सच है और कितना झूठ।” 

टिकैत ने कहा, “बिजली का सबसे महंगा रेट उत्तर प्रदेश में है। किसान पूरी तरह बर्बादी के कगार पर है। भाषणों से काम नहीं चलेगा। जिस क्षेत्र में पीएम थे वहां के आलू का किसान बर्बाद है। बाजरा वहां पर अभी आया उसका भी रेट नहीं मिला 1100 रुपए बिक रहा है। उसकी MSP 2100 के करीब है और बिक 1100 का रहा है। कोई शर्म आती है?” 

पीएम नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इसको लेकर किसान नेता ने कहा, “5 ईट रख कर शिलान्यास करना और हजारों बिल्डिंग बेच देना इसमें बहुत अंतर है। हमारी बनी हुई संस्थाएं बेची जा रही है और ये 5 ईट रख कर शिलान्यास कर रहे हैं। इन्हों ने सब बेच दिया। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक कुछ नहीं छोड़ा।” 

वहीं एंकर ने पूछा कि अपने कहा था ओवैसी भाजपा के चाचा हैं। इसपर क्या कहना है आपका। उसपर टिकैत ने कहा, “चाचा नहीं। ‘चाचू जान’ हैं वे भाजपा के। मतलब सब को पता है कि वे बीजेपी की बी टीम हैं। जिस तरह की बयानबाजी हो रही है। वे प्रदेश को तोड़ना चाहते हैं? आप इस तरह के भाषण यहां नहीं दे सकते।” 

इसपर एंकर ने कहा कि आपको डर लग रहा है कि जाटों का गठबंधन हो जाएगा। इसपर किसान नेता ने नाराज़ होते हुए कहा, ” मैं बता रहा हूं मीडिया वाले अपने शब्दकोश में से ये शब्द निकाल लें। ये ना समझें की यह आंदोलन जाट का है और न ही यह आंदोलन पश्चिम उत्तर प्रदेश का है। ये आंदोलन देश के किसानों का आंदोलन है।” 

बता दें ओवैसी-बीजेपी को एक टीम करार देते हुए उन्होंने कहा था कि अगर ओवैसी उन्‍हें गाली भी देंगे तो केस नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘अब यूपी में ओवैसी आ गए हैं, जो बीजेपी वालों के ‘चचा जान’ हैं। वे यूपी में बीजेपी को जिताकर ले जाएंगे। अब इन्हें कोई दिक्कत नहीं है।