चिराग तले अंधेरा अगर कहीं देखना हो तो यूपी सबसे बेहतरीन जगह है। सीएम योगी आदित्यनाथ कहते नहीं अघा रहे कि यूपी का हेल्थ सिस्टम बेहतरीन है। कहीं कोई कमी नहीं है। खास की बात करें तो उनके अपने सांसद सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। आम लोगों की सुनें तो लगता ही नहीं कि सरकार कहीं है भी। आगरा के अस्पतालों ने नोटिस लगा दिए हैं कि मरीज ऑक्सिजन का खुद इंतजाम करें।

लालफीताशाही का आलम यह है कि अगर कोई सच को सामने लाने की कोशिश करे तो योगी उसे अफवाह की श्रेणी में रखकर NSA के तहत कार्रवाई की धमकी देते हैं। अपने सांसद रोजाना सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं पर योगी के कानों पर जूं नहीं रेंगती। हाईकोर्ट कुछ कहे तो उन्हें बुरा लगता है। बंगाल में जाकर बड़ी बड़ी बातें करने वाले योगी के तुगलकी फैसले की वजह से ही पंचायत चुनाव कराए गए। 135 शिक्षक इसमें जान गंवा चुके हैं।

सरकार एक तरफ तो रात्रि कर्फ्यू लगाकर कोरोना पर काबू पाने की नाकाम जुगत लगाने की कोशिश में जुटी है। सीएम दफ्तर की तरफ से निर्देश जारी हो रहे हैं। बेड बढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा जा रहा है। लेकिन इस व्यवस्था में वो व्यवस्था कहीं नहीं दिखाई दे रही जो इन बढ़े हुए बेडों पर पड़े मरीजों का इलाज सुनिश्चित करेगी। आगरा के अलावा भी यूपी के कई जिले कोरोना से बेहाल हैं।

यूपी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 29824 नए केस सामने आए और 266 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा केस (3759) लखनऊ से आए हैं। यूपी में अब 300041 एक्टिव केस हो चुके हैं। अब तक 35,903 लोग ठीक हुए हैं। कल प्रदेश में 1,86,588 सैंपल्स की जांच की गई। अब तक प्रदेश में कुल 4,03,28,141 सैंपल्स टेस्ट किए गए हैं। उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ अब तक 99,75,626 लोगों को दी जा चुकी है. वैक्सीन की दूसरी डोज़ अब तक 21,13,088 लोगों को दी जा चुकी है।

ANI के मुताबिक प्रदेश में ऑक्सिजन की सप्लाई करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश में होम कंट्रोल में कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। यह पूरे 24 घंटे के लिए है। इस कंट्रोल रूम से प्रत्येक जिले को ऑक्सिजन की व्यवस्था की जा रही है। भारत सरकार ने सूबे को कल 5 नए बड़े टैंकर उपलब्ध कराए हैं। लगभग 70 मीट्रिक टन के ये टैंकर बंगाल में एयर फोर्स बेस पर लैंड करा दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक यूपी में कल रिकॉर्ड ऑक्सिजन की सप्लाई हुई है। लेकिन इन लोगों को शायद अस्पतालों में लगे नोटिस नहीं दिखते?