UP Police Recruitment Exam 2024 News: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 रद्द कर दी है। इसके साथ ही सरकार ने कहा है कि SIT पेपर लीक मामले की जांच करेगी।

जानकारी के अनुसार, 6 महीने में दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। सीएम आदित्यनाथ योगी ने मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम योगी ने इसे युवाओं के हित का फैसला बताया है।

बता दें कि 16 और 17 फरवरी को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा के बाद ऐसी खबरें सामने आईं थीं कि परीक्षा से पहले ही इसका पेपर लीक हो गया था।

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के 50 हजार पदों पर भर्ती निकाली गई थी। जिसके लिए लगभग 50 लाख लोगों ने आवेदन किया था।

सीएम योगी ने कहा, आरोपियो के खिलाफ होगी कार्रवाई

सीएम योगी ने मामले में पोस्ट कर कहा, “पुलिसभर्ती के रिक्त पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने और आगामी 06 माह के भीतर ही दोबारा परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।”

मामले में एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया। जारी आदेश के मुताबिक दिनांक 17-18 फरवरी, 2024 को सम्पन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में मिले तथ्यों एवं सूचनाओं के परीक्षण के आधार पर इस परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। शासन ने भर्ती बोर्ड को यह निर्देश दिए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाए।

दोषियों को खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई

शासन ने प्रकरण की जांच उप्र पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) से कराए जाने का निर्णय लिया है, दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश परिवहन की तरफ से मिलेगी ये सुविधा

शासन ने 6 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा अभ्यर्थियों को निःशुल्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा बीते 11 फरवरी को आयोजित की गई समीक्षा अधिकारी परीक्षा-2023 से जुड़ी शिकायतों की भी जांच कराने का निर्णय लिया है।

इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति एवं कार्मिक) देवेश चतुर्वेदी ने आदेश भी जारी कर दिया है। इसके मुताबिक बीते 11 फरवरी को आयोजित की गई समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा – 2023 के संबंध में शासन को संज्ञान में लाए गए तथ्यों एवं शिकायतों के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है कि परीक्षा के संबंध में प्राप्त शिकायतों का शासन स्तर पर परीक्षण कराया जाए।

आदेश में कहा गया है कि इस परीक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा इसकी शुचिता को प्रभावित करने वाले तथ्‍यों को कोई व्यक्ति संज्ञान में लाना चाहे तो वह सबूतों के साथ अपना नाम और पूरा पता नियुक्ति विभाग की ई-मेल आईडी पर 27 फरवरी तक उपलब्ध करा सकते हैं। परीक्षा के दौरान करीब 244 ‘सॉल्वर’ और परीक्ष में सेंध लगाने के प्रयास में जुटे गिरोह के कई लोग पकड़े गए थे।

एसटीएफ की रडार पर आरोपी

इस मामले में कई जगह प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। इस बीच मुख्‍यमंत्री के एक सहयोगी ने बताया कि परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले उप्र पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के ‘रडार’ पर हैं और अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के प्रवेश द्वार के सामने से लेकर प्रदेश के विभिन्‍न स्‍थानों पर शुक्रवार को आंदोलन किया था।