यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या वो रामभक्तों पर गोली चलवाने के लिए माफी मांगेंगे। योगी ने 30 अक्टूबर 1990 में कारसेवकों पर चलीं गोलियों का जिक्र कर कहा कि 31 वर्ष पूर्व आज ही के दिन श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौरान गोलीकांड हुआ था। इस घटना की प्रत्येक नागरिक ने निंदा की थी पर सेक्युलरिज्म के नाम पर राजनीति करने वाले मौन थे।
एक प्रतिनिधि सम्मेलन में योगी ने कहा कि 9 नवम्बर 2019 को सर्वोच्च न्यायालय ने मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया तो 30 अक्टूबर 1990 को रामभक्तों व कारसेवकों पर गोलियां चलवाने वालों का आपराधिक कृत्य भी उजागर हो गया। उन्होंने कहा कि अयोध्या की घटना इस बात के लिए प्रेरित करती रहेगी कि अगर हमारी नीयत साफ है तो हमारी नीति को नियंता भी सफल बनाता है। उन्होंने कहा कि हम सावधान कर रहे हैं कि रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले फिर आएंगे।
योगी ने कहा कि अगर सपा, बसपा या कांग्रेस सत्ता में होतीं तो अयोध्या में राम मंदिर कभी न बनने देतीं। जो पहले राम के अस्तित्व को नकारते थे, वे आज भगवान राम को अपना बता रहे हैं। योगी ने आतंकवाद को कांग्रेस की देन करार देते हुए कहा कि कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करके सरकार ने अपने वादे पर अमल करके दिखाया है और सरकार सामूहिक प्रयास के साथ काम कर रही है।
योगी ने बीजेपी वर्कर्स से कहा कि वे घर-घर जाकर लोगों को शासन की योजनाओं और नीतियों से अवगत कराएं। यह बताएं कि भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के दलितों, वंचितों का विकास करती है। अब दलितों का उत्पीड़न नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आदर्शों, मूल्यों का सम्मान करते हुए ही भाजपा आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनी है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की वजह से ही 3 करोड़ लोगों को घर मिलने का सपना साकार हो सका। कांग्रेस पर एलपीजी की ब्लैक मार्केटिंग करने का आरोप लगा वह बोले कि फ्री गैस कनेक्शन मोदी सरकार ही उपलब्ध करा सकती थी। आज यूपी का जो विकास हुआ है वह डबल इंजन की सरकार के कारण ही ऐसा हो सका है। दुनिया आज यूपी के परिणाम के बारे में बोल रही है। 17 के पहले लोग यूपी के नाम से डरते थे पर आज सम्मान करते हैं। यूपी की पहचान बीजेपी ने दिलाई है।