Yamuna Water Row: दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग से पहले राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी के पानी में जहर का मुद्दा गरमाया हुआ है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को अपना जवाब दे दिया है। उन्होंने जवाब में कहा कि मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और मैं हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ूंगा। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म में पानी रोकने से बड़ा कोई भी पाप नहीं होता है।
चुनाव आयोग के दफ़्तर जाने से पहले केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘दिल्ली की सीएम आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को फोन किया। उन्होंने अमोनिया के स्तर को कम करने या अमोनिया के स्तर को कम करने के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए कहा। उन्होंने मांगों पर सहमति तो जताई लेकिन कार्रवाई नहीं की। ऐसा तीन बार हुआ और उसके बाद में उन्होंने आतिशी का फोन उठाना ही बंद कर दिया।’
दिल्ली के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने लगे- केजरीवाल
आप के मुखिया केजरीवाल ने कहा, ‘यहां तक कि भगवंत मान ने हरियाणा के सीएम से बात करने की कोशिश की, जिस पर उन्हें आश्वासन दिया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एक-एक करके दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने लगे। दिल्ली के मुख्य सचिव ने भी इस मामले में हरियाणा के मुख्य सचिव से बात की और उनसे कार्रवाई करने का आग्रह किया। हरियाणा के मुख्य सचिव ने बहुत चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने कहा कि यह फैसला शीर्ष स्तर पर लिया गया है और उन्होंने सुझाव दिया कि दिल्ली के सीएम हरियाणा के सीएम से बात करें। अमोनिया का स्तर 3.2 पीपीएम तक पहुंच गया और धीरे-धीरे बढ़ता गया और 26 जनवरी तक 7 पीपीएम तक पहुंच गया। यह तब हुआ जब सीएम आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और सभी को इसके बारे में बताया। उन्हें लगा कि वे दिल्ली में पानी की कमी पैदा करके AAP को दोषी ठहरा पाएंगे। अब पीपीएम घटकर 2.1 हो गया है, जिसका मतलब है कि यह उनके नियंत्रण में था। हमारा आंदोलन काम कर गया।’
यमुना का पानी बना चुनावी मुद्दा
बीजेपी अपने ही जाल में उलझ गई- सौरभ भारद्वाज
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस मामले पर कहा कि मैं मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से दो बातें कहना चाहूंगा। उन्हें 7 पीपीएम पानी पीना चाहिए। अगर पानी जहरीला नहीं है तो उन्हें 7 पीपीएम अमोनिया वाला पानी 2-3 दिन तक पीना चाहिए। उन्हें पता चल जाएगा कि पानी जहरीला है या नहीं। दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ ने अपने पत्र में लिखा है कि हमारी जांच में यह बात सामने आई है और यह तथ्य है कि हरियाणा से यमुना नदी में आने वाले पानी में 5-7 पीपीएम अमोनिया है।’
दिल्ली के मंत्री ने कहा कि बीजेपी अपने ही जाल में उलझ गई। 5 साल से बीजेपी कह रही थी कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों को जहरीला पानी पिलाते हैं। अब बीजेपी के सबसे बड़े नेता नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे पिछले 11 साल से यमुना नदी का पानी पी रहे हैं और वे स्वस्थ हैं। तो अगर प्रधानमंत्री यमुना नदी का पानी पी रहे हैं और स्वस्थ हैं तो इससे बड़ी गारंटी और प्रमाण पत्र दिल्ली जल बोर्ड और अरविंद केजरीवाल को क्या हो सकता है कि हम गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध पानी देते हैं। हमने यह नहीं कहा कि हमने दिल्ली के लोगों को जहरीला पानी पिलाया। चाहे प्रधानमंत्री हों या चाहे कोई गरीब चायवाला हो, ऑटोरिक्शा चालक हो या आईएएस अधिकारी, हम किसी को भी जहरीला पानी नहीं देंगे। हम हरियाणा से लड़ेंगे, हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे लेकिन हम दिल्ली के लोगों को अमोनिया वाला पानी नहीं पीने देंगे। दिल्ली में यमुना में अमोनिया का स्तर क्यों है इतना ज्यादा पढ़ें पूरी खबर…