राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने WFI के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के मुद्दे पर शनिवार (3 जून) को केंद्र सरकार पर हमला बोला। कपिल सिब्बल ने पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष विवाद को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ।

पीएम मोदी की चुप्पी पर कपिल सिब्बल ने उठाए सवाल

राज्यसभा सांसद सिब्बल ने कहा कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार सबूत मिल रहे हैं, उनके खिलाफ आक्रोश भी बढ़ रहा है लेकिन इसके बाद भी उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर चुप हैं, जिससे मामले की जांच करने वालों के लिए साफ संदेश है। उन्होंने कहा कि बृजभूषण पर लगे आरोप ही इस मामले की जांच करने के लिए काफी है।

सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ- सिब्बल

वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में प्रदर्शनकारी पहलवानों की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बढ़ते सबूतों, सार्वजनिक आक्रोश के बावजूद बृजभूषण सिंह को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री चुप, गृह मंत्री चुप, भाजपा चुप, आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) चुप। जांच करने वालों के लिए संदेश स्पष्ट है।’’ सिब्बल ने सरकार के नारे सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ।’’

इससे पहले बुधवार को कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया था, “क्या POCSO एक्ट और 164 बयानों के बाद तत्काल गिरफ्तारी बृजभूषण के अलावा सभी आरोपियों पर लागू होती है क्योंकि वह: 1) भाजपा से संबंधित हैं 2) प्रतिष्ठित महिला पहलवानों से कोई फर्क नहीं पड़ता; वोट मायने रखता है 3) सरकार को परवाह नहीं है।” सिब्बल ने पूछा, “क्या यह मेरा नया भारत है?”

बृजभूषण के खिलाफ दो FIR

दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो FIR दर्ज की हैं। 6 महिला पहलवानों और एक नाबालिग के पिता की शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई दोनों एफ़आईआर में बृजभूषण द्वारा एक दशक से भी अधिक समय में अलग-अलग समय और स्थानों पर यौन उत्पीड़न, अनुचित तरीके से स्पर्श करने, जबरन छूने, पीछा करने और डराने-धमकाने संबंधी कई कथित मामलों का जिक्र है।