फ्रांस के साथ रफाल फाइटर प्‍लेन डील को लेकर चल रही ऊहापोह की स्थिति के बीच भारत अन्‍य विकल्‍पों की ओर भी देख रहा है। अंग्रेजी अखबार टाइम्‍स इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, F/A-18 “Super Hornet” बनाने वाली कंपनी बोइंग ने भारतीय अधिकारियों के सामने इस संबंध में एक प्रजेंटेशन भी दिया है। यह खबर ऐसे समय पर आई है जब अमेरिकी रक्षा मंत्री एश कार्टर 10-12 अप्रैल के बीच भारत दौरे पर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच F/A-18 “Super Hornet” के मुद्दे पर बात हो सकती है। खबर है कि फ्रांस के साथ अगर रफाल कभी अटकी तो भारत इस विकल्‍प पर विचार कर सकता है।

जानकारी के मुताबिक, इस समय भारतीय एयर फोर्स के पास सिर्फ 33 फाइटर प्लेन ही मौजूद हैं। इससे पहले भारत फ्रांस के साथ रफाल फाइटर प्लेन की 60 हजार करोड़ की डील की घोषणा की थी, लेकिन मामला अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है।

F/A-18 फाइटर की खास बातें: भारत एफ-16 फाइटर की जगह F/A-18 को तरजीह दे रहा है। इसकी वजह F/A-18 का डबल इंजन होना है, जबकि एफ-16 में सिंगल इंजन है। इसके अलावा नेवी भी F/A-18 फाइटर को भारतीय बेड़े में शामिल करने की बात कह रही है। नेवी का कहना है कि मल्टी-रोल निभाने वाले फाइटर उनके एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए ज्यादा कारगर साबित होंगे।

पाकिस्‍तान के पास हैं एफ-16: अमेरिका ने कुछ दिनों पहले पाकिस्‍तान को 8 एफ-16 विमान देने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दी है। ऐसे में भारत अगर अमेरिका से फाइटर प्‍लेन खरीदेगा तो वे एफ 16 से ज्‍यादा ताकतवर होने ही चाहिए।

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