बिहार के विधानसभा चुनाव में एक बड़ा मुकाबला नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की विधानसभा सीट राघोपुर में हो सकता है। बिहार की राजनीति में इस बात की जबरदस्त चर्चा है कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर तेजस्वी यादव के खिलाफ इस सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। इसे लेकर प्रशांत किशोर उर्फ PK ने हाल ही में बड़ा संकेत दिया है।
प्रशांत किशोर ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था, “मैं दूसरों को कहता हूं कि आदमी को चुनाव दो ही जगह से लड़ना चाहिए या तो जन्मभूमि से या फिर कर्मभूमि से चुनाव लड़ना चाहिए। जन्मभूमि के हिसाब से मुझे सासाराम (करगहर) से लड़ना चाहिए। मुझे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ना अच्छा लगता लेकिन चूंकि वह चुनाव नहीं लड़ते, इसलिए मैं राघोपुर को कर्मभूमि मानता हूं। मेरे पास करहगर (रोहतास) और राघोपुर में से एक सीट चुनने का विकल्प है लेकिन इस पर अंतिम फैसला मेरी पार्टी को लेना होगा।”
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प्रशांत किशोर के निशाने पर हैं तेजस्वी
पिछले कुछ महीनों से प्रशांत किशोर अपने भाषणों में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए दिखाई देते हैं। टीवी इंटरव्यू में कही गई बातों का अगर सही ढंग से मतलब समझें तो ऐसा लगता है कि वह राघोपुर से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
प्रशांत किशोर की चुनौती पर तेजस्वी यादव का कहना है कि मीडिया एक नए बने राजनीतिक दल को जरूरत से ज्यादा अहमियत दे रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके खिलाफ राघोपुर सीट से चुनाव लड़ लें लेकिन इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।
इस तरह की चर्चाओं को लेकर आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि राज्य में केवल दो ही गठबंधनों के बीच चुनावी लड़ाई है- एनडीए और इंडिया गठबंधन।
राबड़ी को मिली थी राघोपुर में हार
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रशांत किशोर अगर तेजस्वी के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें और समर्थन मिल सकता है। राघोपुर आरजेडी का गढ़ रहा है। यहां से तेजस्वी यादव के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी चुनाव जीत चुके हैं हालांकि एक बार राबड़ी देवी यहां जेडीयू के उम्मीदवार सतीश प्रसाद यादव के हाथों चुनाव हार चुकी हैं।
प्रशांत किशोर ने चुनाव लड़ने के लिए जिस दूसरी सीट करहगर की बात की है, उसका गठन बिहार में परिसीमन के बाद हुआ था। आइए देखते हैं कि 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में राघोपुर और करगहर में क्या चुनाव नतीजे रहे थे।
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राघोपुर में क्या हुआ था?
राघोपुर में 2015 में आरजेडी को 49.15% और बीजेपी को 36.9% वोट मिले थे और वह दूसरे नंबर पर रही थी। 2020 में राघोपुर से आरजेडी ने 48.74% वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की थी जबकि बीजेपी को 29.64% वोट मिले थे और तब भी वह दूसरे नंबर पर रही थी।
करहगर सीट के चुनाव नतीजे
2015 में यहां जेडीयू ने 32.08% वोट के साथ जीत हासिल की थी और आरएलएसपी (अब राष्ट्रीय लोक मोर्चा) 36.9% वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। 2020 में कांग्रेस ने 30.76% वोट के साथ जीत दर्ज की जबकि जेडीयू 28.66% वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रही।
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