बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुंबई पहुंची थीं। वह शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलना चाहती थीं लेकिन उनसे मुलाकात संभव नहीं हो सकी। उनकी जगह पर कैबिनेट में मंत्री आदित्य ठाकरे ने ममता बनर्जी से भेंट की। इसके बाद कई तरह की बातें सामने आ रही थीं। लोग कयास लगा रहे थे कि शायद ममता बनर्जी को बड़े चेहरे के रूप में शिवसेना नहीं देखना चाहती है।

बाद में शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर बताया कि स्वास्थ्य कारणों से उद्धव ठाकरे सीएम ममता बनर्जी से नहीं मिल सके। बाद में टीएमसी चीफ ने भी कहा था कि हाल ही में उद्धव का ऑपरेशन हुआ है इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो सकेगी।

दरअसल 61 वर्षीय उद्धव ठाकरे को 10 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी स्पाइन सर्जरी हुई थी। 22 दिन बाद दो दिसंबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली। इस दौरान उन्होंने कैबिनेट की बैठक भी अस्पताल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। उनके घऱ में भी किसी भी इमर्जेंसी की लिए तैयारी की गई है। डॉक्टरों ने ठाकरे को कंप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी है।

17 नवंबर को पिता बाल ठाकरे की पुण्य तिथि के कार्यक्रम में भी उद्धव शामिल नहीं हो सके थे। उनकी जगह पर बेटे आदित्य ने ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। उनके स्वास्थ्य की वजह से ही महाराष्ट्र का विधानसभा सत्र 10 दिसंबर से पोस्टपोन करके 22 दिसंबर को कर दिया गया है। इस बार शीत सत्र मुंबई में ही होगा। इससे पहले नागपुर में इसका आयोजन किया जाता था।

कांग्रेस पर भी साधा था निशाना

बता दें कि इस समय ममता बनर्जी कांग्रेस को लेकर आक्रामक नजर आ रही हैं। आदित्य ठाकरे के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ममता ने यह भी कहा कि यूपीए कोई गठबंधन नहीं रहा। यह खत्म हो चुका है। सिविल सोसाइटी के सदस्यों से मुलाकात के दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साध दिया। ममता ने कहा कि अगर कोई कुछ करता नहीं है, विदेश में रहता है तो कैसे काम चलेगा। इसिलिए मुझे दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है।