बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार है और तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हो गए हैं। अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दावा किया है कि जब वह 2022 में एनडीए से अलग होने की कोशिशें कर रहे थे उस वक्त उन्होंने मेरे माता-पिता (लालू यादव और राबड़ी यादव) से धोखे के लिए माफी मांगी थी।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक तेजस्वी यादव ने कहा, “माफ़ी की भीख मांगने के बाद नीतीश जी ने मेरे माता-पिता से कहा था कि बीजेपी उनकी पार्टी को तोड़ने और उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है।”

नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से नाता तोड़ लिया था और राज्य में सरकार बनाने के लिए राजद के साथ गठबंधन किया था। तब तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तेजस्वी यादव इस ही दौर का ज़िक्र कर रहे थे।

क्या बोले तेजस्वी यादव?

तेजस्वी यादव ने कहा कि जब राजद ने नीतीश कुमार पर भरोसा करने का फैसला किया वो वह कनफ्यूज थे। तेजस्वी ने कहा,”शुरुआत में हम उन पर फिर से भरोसा करने के इच्छुक नहीं थे। लेकिन देश भर के नेताओं के साथ बातचीत हुई, जिनमें से सभी की राय थी कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई के हित में हमें उन्हें लेना चाहिए था।”

तेजस्वी यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी इस बात की गारंटी नहीं है कि नीतीश कुमार फिरसे पलटी मारेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा, “मैंने उनसे (नीतीश कुमार) कहा था कि उनकी सरकार के लिए हमारे समर्थन के लिए उन्हें 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे को पूरा करने में हमारी मदद करनी होगी, जो मैंने 2020 के विधानसभा चुनावों से पहले लोगों से किया था। तब उन्होंने सबसे पहले यह पूछकर उनका ‘मजाक’ उड़ाया पैसा लालू यादव की जेब से आएंगे?”