Sonia Gandhi Manmohan Singh: साल 2004 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सोनिया गांधी के पास प्रधानमंत्री बनने का मौका था लेकिन उन्होंने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया था। सोनिया गांधी के इस फैसले पर लोगों को काफी हैरानी हुई थी क्योंकि तब प्रणब मुखर्जी जैसे सीनियर नेता भी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षाएं रखते थे।

मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 1991 में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए आर्थिक सुधारों के जरिए देश को आगे बढ़ाने में योगदान दिया था। 26 दिसंबर की रात को उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली।

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बहरहाल, 2004 के बाद यह सवाल लंबे वक्त तक लोगों के मन में उठता रहा कि आखिर सोनिया गांधी ने इस पद के लिए मनमोहन सिंह के नाम का ही चयन क्यों किया? मार्च 2014 में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने इसे लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी थी। सोनिया ने कहा था, “मैं अपनी सीमाएं जानती थी…मैं जानती थी कि मनमोहन सिंह बेहतर प्रधानमंत्री साबित होंगे।”

जब सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया था तो ऐसे सवाल उठे थे कि क्या उन्होंने ऐसा विपक्षी नेताओं की ओर से उनके विदेशी मूल के मुद्दे को उठाए जाने की वजह से किया? अगर 1991 में राजीव गांधी की हत्या नहीं हुई होती तो क्या मनमोहन सिंह ही प्रधानमंत्री होते? क्या कांग्रेस के भीतर कोई असंतोष था? लेकिन सोनिया गांधी ने इस तरह के तमाम सवालों को किनारे करते हुए अपनी अंतरात्मा की आवाज और मनमोहन सिंह पर भरोसा किया था।

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घोटालों को लेकर बीजेपी ने बोला था हमला

प्रधानमंत्री रहते हुए डॉक्टर मनमोहन सिंह के कार्यकाल को जहां कई उपलब्धियों के लिए जाना जाता है वहीं उनके कार्यकाल में घोटाले की खबरें भी खूब सामने आई और इस वजह से कांग्रेस और यूपीए की सरकार को बीजेपी की ओर से आलोचनाओं और हमलों का सामना करना पड़ा। तब बीजेपी ने मनमोहन सिंह को कठपुतली प्रधानमंत्री बताया था। इसके अलावा उन्हें मौनी बाबा भी कहा गया।

मनमोहन सिंह के बारे में एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर होने की बात भी कही गई। 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के आखिरी दिनों में मनमोहन सिंह ने कहा था कि मीडिया की तुलना में इतिहास उनके लिए ज्यादा दयालु होगा।

मनमोहन सिंह के निधन पर देशभर की तमाम हस्तियों के साथ ही आम लोगों ने भी दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में वह उनके परिवार के साथ खड़े हैं।