Haryana Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस की हार हुई। इन नतीजों को लेकर AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस ने हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि AIMIM पर BJP की टीम होने के आरोप लगाए जाते हैं लेकिन वे हरियाणा में तो लड़े नहीं, तो फिर कांग्रेस कैसे हार गई? ओवैसी ने खुद को लेकर कहा कि वहां तो दाढ़ी वाला कोई भड़काऊ बयान देने नही आया तो फिर कैसे हार हुई।
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टियां चुनावों में BJP-विरोधी मतों में सेंध लगाने के लिए उन पर (AIMIM) आरोप लगाती थीं, लेकिन हरियाणा में AIMIM के उम्मीदवारों को न उतरने के बावजूद कांग्रेस कैसे हार गई? ओवैसी ने कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को हराने के लिए ‘पुरानी पार्टी’ को सभी को साथ लेकर चलना होगा।
ओवैसी बोले – आप अकेले कुछ नहीं कर पाओगे
रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के विकाराबाद में शुक्रवार की रात एक ओवैसी ने एक रैली को संबोधित किया और कहा कि उन्होंने यानी बीजेपी हरियाणा कैसे जीत लिया? मैं वहां नहीं था। वरना वे (कांग्रेस) ‘B टीम’ कहते। वे वहां हार गए। अब आप ही बताइए, वे किसके कारण हारे?
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ओवैसी ने कहा कि मैं पुरानी पार्टी (कांग्रेस) से कहना चाहूंगा कि मेरी बात समझिए, मोदी को हराने के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा। आप अकेले कुछ नहीं कर पाओगे।
कांग्रेस ने ओवैसी पर ही उठा दिए सवाल
असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान को लेकर ट्वीट पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि उनसे पूछिए कि वह किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं। अगर हम RSS समर्थित BJP ब्रांड की राजनीति के खिलाफ हैं, तो हम धर्म की राजनीति करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ होंगे। यह देश संविधान से चलेगा।
‘ओवैसी की बात से ही होता है बीजेपी को फायदा’
इस मामले में कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने ओवैसी को लेकर कहा कि वे आप जाने-अनजाने में ऐसी बातें कहते और करते हैं जिससे बीजेपी को फायदा होता है। मैं महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड का उदाहरण देना चाहूंगा।
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प्रमोद तिवारी ने कहा कि अगर वह कहीं चुनाव नहीं भी लड़ते हैं तो भी कुछ ऐसा बोल देते हैं जिससे बीजेपी के लिए ध्रुवीकरण हो जाता है। इसलिए खुद पर नियंत्रण रखें, राष्ट्रहित, जनहित और विपक्ष के हित में बोलें।
बता दें कि हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को 48 सीटें मिली, जबकि कांग्रेस 37 सीटें जीतने में ही सफल रही। इसके अलावा जम्मू कश्मीर में भी कांग्रेस कुछ खास प्रदर्शन नही कर पाई। जम्मू कश्मीर में पार्टी ने महज 6 सीटें ही जीती हैं।।