Parliament News: संसद का शीतकालीन सत्र इस बार बेहद हंगामेदार रहा, या यूं कहें कि ऐतिहासिक रहा, क्योंकि सांसदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। वहीं हाल के दिनों में फिलीस्तीन से लेकर बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में बैग लेकर आने वाली सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी चर्चा में रहीं। संसद सत्र के आखिरी दिन आंबेडकर को लेकर अमित शाह द्वारा दिए गए बयान और बीते दिनों हुई हाथापाई की घटना को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
इंडिया और एनडीए गठबंधन के इस विरोध प्रदर्शन के दौरान बीजेपी की सांसद अपराजिता सारंगी एक बैग लेकर आई, जिसमें लाल रंग के खून की तरह दिखने वाले धब्बे थे और लाल रंग से ही 1984 लिखा था। अपराजिता सारंगी ने यह बैग प्रियंका गांधी वाड्रा को दिया और बैग पॉलिटिक्स में शामिल हो गईं।
प्रियंका गांधी वाड्रा बैग लेकर निकल गईं
अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर यह बैग बढ़ाया, जिसे लेकर प्रियंका ने अपने पास रख लिया और उस जगह से निकल गईं। बता दें कि हाल के दिनों में प्रियंका गांधी संसद में अपने साथ बैग लाने को लेकर चर्चा में हैं। उनके बैग में कोई-न-कोई नारा लिखा होता है। कभी प्रियंका फिलीस्तीन तो कभी बांग्लादेश से जुड़ा बैग लाती है, तो कभी अडानी का जिक्र करती है।
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बैग पर क्या बोलीं बीजेपी सांसद?
प्रियंका के बैग लाने के अंदाज पर आज अपराजिता सारंगी ने कटाक्ष किया और लाल रंग से लिखा हुआ ‘1984’ वाला बैग प्रियंका गांधी वाड्रा को गिफ्ट कर दिया। अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को जो बैग दिया है, उस पर 1984 लिखा हुआ है। यह बैग 1984 के दंगों की याद दिलाने वाला है।
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बीजेपी सांसद अपराजिता ने कहा कि वह संसद में नए-नए बैग लेकर आती हैं तो मैंने भी सोचा कि उन्हें एक बैग गिफ्ट करूं। उन्होंने प्रियंका को बैग देने को लेकर कहा कि जब उन्होंने प्रियंका की तरफ बैग बढ़ाया तो उन्होंने बैग को स्वीकार कर लिया लेकिन कहा कुछ भी नहीं। बीजेपी सांसद ने कहा कि प्रियंका बैग लेकर तुरंत ही चली गईं।
हाथापाई को लेकर जताई नाराजगी
इसके अलावा बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने गुरुवार की घटना को लेकर कहा कि कल संसद में जो कुछ हुआ, वह नहीं होना चाहिए था, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। दो बहुत वरिष्ठ सांसदों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वे अभी भी डॉक्टरों की निगरानी में हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी को संसद की मर्यादा और गरिमा बनाए रखनी चाहिए।