मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। मुलाक़ात के बाद ममता ने पत्रकारों को भी संबोधित किया। इस दौरान ममता बनर्जी बारिश होने की वजह से खुद ही एक हाथ से छाता पकड़ और दूसरे हाथ से माइक पकड़ कर मीडिया को संबोधित कर रही थी। ममता बनर्जी के द्वारा खुद से छाता पकड़ने पर कई लोग प्रधानमंत्री मोदी के छाता पकड़ने वाले वाकये को याद करने लगे। जिसके बाद सोशल मीडिया पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई।

ममता बनर्जी के द्वारा खुद से छाता पकड़ने पर कई नामी गिरामी पत्रकारों सहित ढेरों सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी। पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ममता ने खुद ही छाता  और माइक पकड़ा हुआ है। इसलिए मीडिया के पन्ना प्रमुख ध्यान दें। रोहिणी सिंह के इस ट्वीट पर पत्रकार अजीत अंजुम ने जवाब देते हुए लिखा कि लेकिन मोदी जी की तरह तो नहीं पकड़ा है न ? उनके हाथ का एंगल अलग था। छाता की कंपनी अलग थी। 

इसके अलावा ट्विटर यूजर @urksb252 ने ममता बनर्जी के इस अंदाज पर ट्वीट करते हुए लिखा कि ममता छाता पकड़ कर मोदी जी की नक़ल करने का प्रयास कर रही हैं। वहीं यश शेत्ये नाम के एक यूजर ने लिखा कि पता नहीं भाजपा के कितने समर्थक इसपर गौर करेंगे कि ममता ने भी खुद ही छाता पकड़ा हुआ है। वहीं ट्विटर यूजर @gillnavjot89 ने लिखा कि कहां है वो मीडिया जो पीएम मोदी के छाता पकड़ने में भी सादगी ढूंढता है।

बता दें कि पिछले दिनों संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी संसद परिसर में खुद हाथ में छाता लिए हुए मीडिया के सामने आए थे। इस तस्वीर के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की खूब प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के इस फोटो पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें सादगी की प्रतिमूर्ति तक बता दिया था।

मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने मीडिया के सामने आकर बैठक से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। ममता बनर्जी ने कहा कि यह एक सौजन्य भेंट है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने वैक्सीन और राज्य का नाम बदलने को लेकर भी चर्चा की। ममता ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से बंगाल राज्य का नाम बदलने को लेकर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा है कि वो इस मामले को देखेंगे।