देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी गुजर गए, लेकिन उनके साथ जुड़ी हुई यादें अभी भी ताजा हैं। ऐसा ही एक वाकया है वर्ष 2001 का, जब उन्होंने मंच पर एक महिला के पैर छू लिए थे। महिला का नाम मदुरै चिन्ना पिल्लई है। दरअसल, मदुरै चिन्ना पिल्लई की जिंदगी पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म देखने के बाद उन्हें स्त्री शक्ति पुरस्कार 1999 से सम्मानित करते वक्त अटल जी नीचे झुके और उनके पैर छू लिए। मदुरै ने तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्रों में एक सफल बैंकिंग सिस्टम की शुरुआत की थी।

चिन्ना पिल्लई पूरे देश में उस समय लाइम लाइट में आयी थी जब जनवरी 2001 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में उनका पैर छू लिया था। उस घटना को दर्जनों कैमरे ने कैद कर लिया था, जबकि उस समय वाजपेयी जी चिन्ना पिल्लई से ज्यादा उम्र के थे। चिन्ना पिल्लई की उम्र उस समय करीब 50 वर्ष थी। उन्हें तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वंय सहायता समूह में उल्लेखनीय योगदान के लिए स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए बुलाया गया था। एनजीओ धन फाउंडेशन द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम ‘कलंजियम’ के हिस्से के रूप में उनकी पहल तमिलनाडु से आगे फैल गई थी।

पुरस्कार देते हुए वाजपेयी जी ने उनकी सेवा के सम्मान में अपने पैरों को झुकाया और स्पर्श किया। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा, “मैं चिन्नापिल्लाई में ‘शक्ति’ देखता हूं”। चिन्नापिल्लै ने तब कहा था, “मैं शर्मिंदा थी क्योंकि वह मेरे लिए भगवान की तरह दिखाई देते थे।” गुरुवार की शाम जैसे-जैसे पत्रकारों उनके पास पहुंचे, वह भावनात्मक हो गईं कि छह महीने पहले दिल्ली की यात्रा के दौरान एक बार उनसे मिलने का प्रयास किया था, लेकिन मिल नहीं पाई। उसने आँखों को अच्छी तरह से आंसू के साथ कहा, “मैं अभी ठीक नहीं हूं, अन्यथा मैं अपने आखिरी सम्मान का भुगतान करने के लिए दिल्ली जाती।”