मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम मोदी पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। सत्यपाल मलिक ने कहा मैं बहुत किसान नेताओं के संपर्क में बना हुआ हूं और उनसे कह रहा हूं कि आप मजबूत बने रहे और मैं एक सहयोगी का रोल निभाता रहूंगा।
सत्यपाल मलिक ने यूट्यूब समाचार चैनल यूपी तक से बात करते हुए कहा, “मैं किसानों से मिलकर कह रहा हूं कि आप मजबूत बने रहे और मैं एक सहयोगी का रोल निभाता रहूंगा। लेकिन मुझे लगता है कि किसान दुबारा संगठित होंगे और संघर्ष करेंगे। इसका राजनीतिक फायदा भी होगा क्योंकि किसानों को पता चल गया है कि उनकी जमीनें जा रही हैं। उनकी उपज का दाम भी नहीं मिल रहा है। फ़ौज में उनके बच्चे जाते थे, अब वो भी खत्म कर दिया। मैं किसानों की लड़ाई का नेतृत्व नहीं करूंगा बल्कि उसमे हिस्सा लूंगा।”
सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “हर बार पीएम मोदी और सीएम योगी किसानों के बकाया पर आश्वाशन देते रहते हैं लेकिन आज तक बकाया नहीं मिला। लखीमपुर कांड के पीड़ितों को जिनको न्याय देना है, वो बहुत घमंड में हैं। इनको लगता है कि जो पॉलिटिकल पॉवर है, वही असल है। मैं वर्तमान लीडरशिप पर बात कर रहा हूं। अब पीएम मोदी किसान हित पर बात नहीं कर रहे हैं। उन्होंने खुद कहा था कि मुक़दमे वापस लेंगे, एमएसपी लागू करेंगे लेकिन किया नहीं। जब वो गुजरात में थे तो 100% किसान परस्त थे, लेकिन दिल्ली आने के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया।”
सत्यपाल मलिक ने कहा कि मेरा जो कर्तव्य है, जहां मुझे लोग बुलाएँगे मैं वहां जाऊंगा। मलिक ने कहा कि मेरे संबंध सपा में भी, जयंत चौधरी से भी अच्छे हैं क्योंकि मैं वहीं से निकला हूं। अगर मुझसे ये लोग मदद मांगेंगे तो मैं मदद करूंगा। मलिक ने राकेश टिकैत पर बोलते हुए कहा कि वो एक जुझारू नेता हैं और उन्हें और आगे बढ़कर आंदोलन करना चाहिए।
बता दें कि सत्यपाल मलिक का कार्यकाल 3 अक्टूबर को ही खत्म हुआ है और अब वो किसानों के लिए काम करेंगे और उन्हें सलाह देंगे। केंद्र सरकार ने मलिक को एक्सटेंशन नहीं दिया।
