बीते दिनों संपन्न हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने शानदार जीत हासिल की। ममता बनर्जी तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री चुनी गईं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ही विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के लिए रणनीति बनाई थी। विधानसभा सभा चुनाव के दौरान एक इंटरव्यू में जब पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने प्रशांत किशोर से कहा कि आप भारतीय राजनीति के भविष्य हैं। तो पीके के जवाब को सुनकर पत्रकार अर्नब गोस्वामी को अपना सवाल बदलना पड़ गया।
दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में लोगों को संबोधित करते हुए अपना गोत्र बताया था। इसी को लेकर रिपब्लिक टीवी पर आयोजित एक इंटरव्यू में जब पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने प्रशांत किशोर से कहा कि आप भारतीय राजनीति के भविष्य हैं। इसलिए क्या आप इस तरह के चुनाव प्रचार से सहमत हैं जहां आप एक तरफ मुस्लिमों को एक पक्ष में वोट डालने को कह रहे हैं और दूसरी तरफ आप गोत्र की ब्रांडिंग कर रहे हैं। तो क्या आपको नहीं लगता है कि आपके जैसे व्यक्ति को चुनाव में मुद्दे और विकास पर ज्यादा जोर देना चाहिए।
इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी की योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि क्या आपने इसके बारे में सवाल पूछा। लेकिन आप सिर्फ गोत्र और चंडीपाठ के बारे में सवाल पूछ रहे हैं। प्रशांत किशोर के इस जवाब पर अर्नब गोस्वामी ने कहा कि क्या हमने उनसे चंडीपाठ करने के लिए कहा था या उनको गोत्र बताने के लिए कहा था। इसपर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर भाजपा के नेता चुनाव प्रचार के दौरान जय श्री राम का नारा लगा सकते हैं तो ममता बनर्जी को चंडीपाठ करने में क्या दिक्कत है। क्या आपने कभी अमित शाह से पूछा कि आप जय श्री राम का नारा क्यों लगाते हैं।
प्रशांत किशोर के इस जवाब पर अर्नब गोस्वामी ने कहा कि अमित शाह को जय श्री राम कहने में कोई खेद नहीं है। इसपर प्रशांत किशोर ने कहा कि हमें भी किसी तरह का खेद नहीं है। क्या कभी ममता बनर्जी ने इसके लिए माफी मांगी कि उन्हें चंडीपाठ नहीं करना चाहिए। इसके बाद जब अर्नब ने प्रशांत किशोर से गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी के जनेऊधारी वाले बयान को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं यहां उनकी ओर से बोलने के लिए नहीं आया हूं।
प्रशांत किशोर के इन जवाबों को सुनकर अर्नब गोस्वामी ने अपना सवाल बदल लिया। इसके बाद अर्नब ने उनसे विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल पूछना शुरू कर दिया। इस इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी कहा था कि बीजेपी 40% से ज्यादा वोट शेयर हासिल नहीं कर पाएगी और 100 सीटों का आंकड़ा भी नहीं कर पाएगी। हालांकि प्रशांत किशोर की यह भविष्यवाणी सही हुई। बीजेपी को सिर्फ 77 सीटों से संतोष करना पड़ा।