प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक शानदार वक्ता रहे हैं। वो अपनी बातों और जवाबों से लोगों को चुप करते रहे हैं। साल 2008 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब इंडिया टूडे के एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और नरेंद्र मोदी एक ही मंच पर थे। दिग्विजय ने नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि आपकी पार्टी ने कितने मुसलमानों को गुजरात में टिकट दिया है। नरेंद्र मोदी के जवाब को सुनकर सभी हंसने लगे।

कांग्रेस नेता के सवाल को सुनकर नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन्होंने सवाल पूछा है कि आपने मुसलमानों को कितनी टिकट दी है? मेरी पार्टी में आज भी पंचायत, नगर पालिका, जिला परिषद में मुसलमान सदस्य हैं और चुनाव जीतकर आते हैं। अब मैं आपको पूछता हूं कि किसी समय गुजरात में कांग्रेस के 17 मुस्लिम विधायक हुआ करते थे। इसबार कांग्रेस ने सिर्फ 4 टिकट दी है, ऐसा क्यों? क्योंकि आपको लगा कि चुनाव जीतने के लिए ये समीकरण बैठता नहीं है। नरेंद्र मोदी के जवाब को सुनकर सभी हंसने लगे।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपको 17 से चार पर क्यों जाना पड़ा? दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि आपका ये नंबर सही नहीं है। मेरा सवाल ये है कि क्या आपके राज्य में मुसलमान नहीं रहते हैं? क्या वो विधानसभा का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते हैं? नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर वो चुनाव जीतकर आएंगे तो बैठेंगे, मेरे विधानसभा में आज भी चार विधायक हैं। किसी भी पार्टी के हो लेकिन वो मेरे राज्य के हैं।

नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता से सवाल किया कि आपने राज्यसभा में कितने मुसलमानों को टिकट दिया? आपने सरकार में कितने मुसलमानों को जगह दी है? आप लोगों की जो यही सोच है न उसके खिलाफ ही मेरा विरोध है। हिंदुस्तान का कोई भी नागरिक चुनाव लड़ रहा है इसमें हिंदू और मुसलमान क्यों हो रहा है?

नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने गुजरात में कितने इसाईं को टिकट दिया, कितने सिख को टिकट दिया? देश क्या ऐसे ही चलेगा? कांग्रेस नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि लेकिन देश ऐसे भी नहीं चलेगा कि गुजरात में लोग मरते जाए, उनकी हत्या होती रहे और आपकी सरकार हत्यारों को बचाने में लगी रहे।