भाजपा के युवा चेहरे के तौर पर पहचान बनाने वाले वरुण गांधी पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आने के बाद से ही पार्टी में अलग-थलग पड़ चुके हैं। इस कार्यकाल में तो उनकी मां मेनका गांधी को भी कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिला, हालांकि इसके बावजूद वरुण ने कभी भी पार्टी के खिलाफ सीधे तौर पर बयान नहीं दिया है। बल्कि कई मौकों पर तो वे भाजपा और आलाकमान के साथ ही खड़े दिखाई दिए हैं। ऐसे ही जब एक इंटरव्यू में उनसे कांग्रेस की झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जीत के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि भाजपा का बेंचमार्क ही इतना ऊपर है कि दूसरी पार्टियां कम उपलब्धि को ज्यादा समझ लेती हैं।

क्या था एंकर का सवाल?: दरअसल, एंकर ने पूछा था कि कांग्रेस का पिछले कुछ चुनावों में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। उन्होंने झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा का उदाहरण देते हुए पूछा कि इन राज्यों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया। इस पर राहुल गांधी ने सीधे तौर पर कांग्रेस का स्तर नीचे बताते हुए राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर ही निशाना साधा।

क्या बोले थे वरुण गांधी?: वरुण गांधी ने कहा था कि आप महाराष्ट्र की बात कर रहे हैं। जिस दल की आप बात कर रहे हैं उनकी सीटें गिनिए और भाजपा की सीटें उनसे चार गुना है। वरुण ने कहा कि भाजपा का बार इतना ऊंचा है कि अगर भाजपा 100 में 99 नंबर न लाए तो लोग कहते हैं कि प्रदर्शन कम है और उस मुख्य विपक्षी दल का बार इतना नीचे है कि अगर 100 में से 40 मार्क्स भी हों तो मां कहती है कि आपने बहुत अच्छा किया, कम से कम पास तो हो गए।

मंत्री न बनाए जाने के बावजूद मोदी का सम्मान करते हैं वरुण: वरुण गांधी को अब तक मोदी सरकार में मंत्रीपद नहीं सौंपा गया है। इस बार भी मंत्रिमंडल में मोदी ने कई युवा चेहरों को शामिल किया, लेकिन वरुण को बाहर रखा। ऐसे में कई बार कयास लग चुके हैं कि वरुण भाजपा से नाराज हैं। हालांकि, इस पर वह खुद कह चुके हैं कि वह मोदी का बहुत सम्मान करते हैं। वरुण कह चुके हैं कि जरूरी नहीं कि एक परिवार के दो लोगों को मंत्रीपद दिया जाए।