असम के सिलचर में दक्षिणपंथी संगठन के करीब 40 लोगों की भीड़ एक कॉलेज लेक्चरर के आवास के घर पहुंची और उनके परिवार से पूछा, ‘तुम कैसे हिंदू हो?’ लेक्चरर के घर में हिंदू देवी-देवताओं की कोई तस्वीर नहीं मिलने पर संगठन के लोगों ने लेक्चरर के परिवार से यह बात कही। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट द वायर ने शनिवार (29 फरवरी, 2020) को ऐसी जानकारी दी है।
दरअसल ये वही लेक्चरर हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया में विवादित टिप्पणी की थी। जानकारी के मुताबिक घटना बीते शुक्रवार की है, जिसके तुरंत बाद पुलिस ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले सौरदीप सेनगुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था। सेनगुप्ता गुरुचरण कालेज के भौतिकी विभाग में गेस्ट लेक्चरर हैं। उन्होंने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ी एक पोस्ट लिखी थी और इसके लिए हिंदुत्ववादी ताकतों की भूमिका पर सवाए उठाए थे।
मामले में सेनगुप्ता के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि भीड़ ने जय श्री राम का नारा लगाते हुए जबरन उनके घर में घुसने की कोशिश की थी। लेक्चरर के एक रिश्तेदार ने बताया, ‘वो जोर से चिल्लाते रहे और पूछते रहे कि उनके घर में देवताओं की फोटो नहीं है, तो वो किस तरह के हिंदू हैं।’
रिश्तेदार ने बताया कि उन्होंने तब तक जाने से इनकार कर दिया जब तक सेनगुप्ता फेसबुक लाइव वीडियो में हर किसी से अपनी पोस्ट के लिए माफी नहीं मांग लेते। उनकी मां, जो उस वक्त बहुत घबराई हुईं थी, तुरंत इससे सहमत हो गईं। सौरदीप को भी उनके घर में चल रहे पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई और वो तुरंत घर वापस लौटे।
उल्लेखनीय है कि घटनाक्रम के बाद सौरदीप ने फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील मुद्दे के बारे में कुछ गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
बता दें कि उनकी जमानत अर्जी फिलहाल रोक लगी है और उन्हें 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सेनगुप्ता के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने, विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता बढ़ाने समेत कई आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।
कालेज के छात्रों ने भी सेनगुप्ता की सेवाएं तुरंत समाप्त करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें जानबूझकर छात्रों के एक वर्ग द्वारा फंसाया जा रहा है।

