CM Yogi Adityanath in Delhi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ शनिवार 19 जुलाई को अचानक दिल्ली पहुंचे। सीएम योगी का दिल्ली आना अहम इसलिए हो गया क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके चलते लखनऊ से लेकर दिल्ली तक की सियासत गर्म हो गई।

मोदी-शाह और नड्डा से सीएम योगी की ये मैराथन मुलाकात और बैठक तीन घंटे मे ही कंप्लीट हो गई लेकिन इसका सीधा असर यूपी की सियासत में अहम हो सकता है। इसी वजह से यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात में बातचीत क्या की है, जिसको लेकर अब सूत्रों के हवाले से खबरें छन कर आने लगी हैं।

आज की बड़ी खबरें

जेवर एयरपोर्ट के उद्धघाटन का निमंत्रण

प्रधानमंत्री मोदी से सीएम योगी की मुलाकात को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह आधिकारिक तौर पर जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन से संबंधित थी। दावा ये भी किया गया है कि पीएम मोदी को सीएम योगी ने एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए निमंत्रित किया है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि पूएम मोदी ने ही इसका शिलान्यास किया था और अनुमान है कि अक्टूबर 2025 में जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया जाएगा।

सरकार और संगठन में होगा बदलाव?

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा को लगातार एक्सटेंशन पर एक्सटेंश न मिल रहा है, जिसके चलत बीजेपी की किरकिरी हो रही है। बीजेपी के अध्यक्ष की घोषणा के पहले बीजेपी को यूपी में अपना अध्यक्ष बनाना है। राजनीतिक विश्लेषक तो ये भी बताते हैं कि यूपी के बीजेपी अध्यक्ष की घोषणा होने के एक हफ्ते के अंदर ही पार्टी अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम घोषित कर देगी। ऐसे में सीएम योगी की मोदी-शाह से मुलाकात यूपी बीजेपी अध्यक्ष के मद्देनजर भी अहम मानी जा रही है।

संसद में क्या इस बार नहीं होगा टकराव? सरकार ने मानी विपक्ष की डिमांड तो मानसून सत्र में ज्यादा काम होने की बढ़ी उम्मीद

यूपी बीजेपी अध्यक्ष की घोषणा होने के साथ ही यूपी बीजेपी के पूरे संगठन में बड़े बदलाव होंगे। वहीं मोदी-शाह और जेपी नड्डा से सीएम योगी की मुलाकात योगी कैबिनेट में बदलाव के लिहाज से भी अहम है। कई मंत्रियों के कामों का मूल्यांकन होगा, तो प्रशासनिक स्तर पर कई फेरबदल हो सकते हैं, जिससे बीजेप राज्य में अपने वोट बैंक को विस्तार दे सके।

NDA के साथियों को साधन की प्लानिंग?

यूपी विधानसभा चुनाव 2027 में अब 18 महीनों का ही वक्त बचा है और बीजेपी अपने एनडीए के सहयोगियों को खुश करने की कोशिश कर रही है। हाल में अपना दल की प्रमुख अनुप्रिया पटेल की नाराजगी सबसे ज्यादा चर्चा में रही है। इसके अलावा संजय निषाद से लेकर जयंत चौधरी की आरएलडी को भी लुभाने की कोशिश की जाएगी, जिससे गठबंधन जब यूपी के विधानसभा चुनाव में ताल ठोके तो सभी एक साथ हो और किसी भी प्रकार का गतिरोध न हो।

चुनाव से पहले PM मोदी के ‘हनुमान’ को बम से उड़ाने की साजिश? बिहार की रैली में केंद्रीय मंत्री ने बताया जान को खतरा

अपनों को मनाने का भी फॉर्मूला

यूपी में प्रशासनिक तौर पर अधिकारियों से आए दिन बीजेपी के संगठन के पदाधिकारियों और विधायकों की शिकायतें आती हैं। ऐसे में विधायकों की नाराजगी को दूर करना सीएम योगी के लिए बेहद अहम है, क्योंकि यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को तगड़ा झटका लगा था, जिसके चलते पार्टी अपने नाराज नेताओं को मनाने में भी जुटी हुई है। सीएम योगी की आए दिन यूपी के अलग-अलग क्षेत्रों के बीजेपी विधायकों से मुलाकात इसका संकेत भी माना जा रहा है।

दोनों डिप्टी सीएम भी कर चुके हैं मुलाकात

खास बात यह है कि सीएम योगी की पार्टी हाईकमान से मुलाकात ऐसे वक्त में हुई है, जब उनके दोनों ही डिप्टी सीएम यानी केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक पहले ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि संगठन और सरकार को लेकर दोनों ही डिप्टी सीएम के साथ चर्चा करने के बाद सीएम योगी से बातचीत की गई है, जिसके तहत संगठन और सरकार में फेरबदल किए जा सकते हैं।

दिल्ली क्यों आए हैं CM योगी, क्या यूपी BJP में कुछ बहुत बड़ा होने वाला है?

यूपी भाजपा अध्यक्ष पद पर फैसला जल्द, जानें दलित, OBC या ब्राह्मण में किसका पलड़ा भारी