पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन बीरभूम जिले के अहमदपुर में सैंथिया बीडीओ कार्यालय में हिंसा भड़क गई। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जिसके बाद दक्षिण 24 परगना जिले में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया। भाजपा सहित कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि उनके साथ मारपीट की जा रही है। नामांकन दाखिल करने के दौरान हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी की राज्य महासचिव अग्निमित्रा पॉल ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पद से इस्तीफे की मांग की।

पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में बृहस्पतिवार को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे तीन व्यक्तियों को कथित तौर पर गोली मार दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने दावा किया कि तीनों घायल व्यक्ति वाम मोर्चा और कांग्रेस के समर्थक हैं। तीनों को उस वक्त गोली मारी गई जब वे अपना नामांकन दाखिल करने के लिए चोपड़ा ब्लॉक कार्यालय जा रहे थे। एक अधिकारी ने कहा कि तीनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अगर केंद्रीय बल नहीं भेजे गए तो राज्य में रक्तपात होगा- अग्निमित्रा पॉल

भाजपा नेता ने स्थिति की तुलना ‘रूस-यूक्रेन युद्ध’ से करते हुए कहा कि अगर केंद्रीय बल नहीं भेजे गए तो राज्य में रक्तपात होगा। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “हमें नामांकन के लिए सिर्फ 5-6 दिन मिले थे। किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ इस पर चर्चा नहीं की गई थी। हम जानते हैं कि किसकी सलाह पर दूसरों से परामर्श किए बिना पंचायत चुनाव घोषित किए गए थे। उस दिन से हम देख रहे हैं कि भाजपा और अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को नामांकन दाखिल करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।”

बीजेपी ने की ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग

भाजपा महासचिव ने आगे कहा, “डायमंड हार्बर, जॉयनगर, कैनिंग, काकद्वीप, बर्धमान में भाजपा नेताओं को लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा जा रहा है। हम बम धमाकों को होते देख रहे हैं। क्या यह रूस-यूक्रेन है? क्या हम युद्ध लड़ रहे हैं?” उन्होंने राज्य में अराजकता पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “अब हम समझ सकते हैं कि राज्य से पिछले 6-8 महीनों में इतने गोला-बारूद की खोज क्यों की गई, इस दिन के लिए। ममता बनर्जी ‘पुलिस मंत्री’ हैं उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। या तो पुलिस उसकी बात नहीं सुन रही है या मुझे लगता है कि वह कहती कुछ हैं और पीठ पीछे कुछ और करती हैं।”

बीजेपी नेता ने कहा, “सेना नहीं आएगी तो पश्चिम बंगाल में खूनखराबा होगा। मैं केंद्रीय चुनाव आयोग से अनुरोध करना चाहता हूं कि कृपया केंद्रीय बल भेजें वरना सभी राजनीतिक दलों से बड़ी संख्या में लोग मारे जाएंगे। मुझे उन लोगों पर दया आती है जो लोकतंत्र में विश्वास खो रहे हैं। यह शर्म की बात है कि हम पश्चिम बंगाल जैसे राज्य से ताल्लुक रखते हैं।”

भाजपा नेताओं ने की राज्य निर्वाचन आयोग के ऑफिस में घुसने की कोशिश

वहीं, पश्चिम बंगाल राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यलय में बुधवार को जमकर ड्रामा हुआ। पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जो उम्मीदवार हिंसा के कारण अपना पर्चा भरने में नाकाम रहे थे, पार्टी के नेताओं ने उन्हें लेकर आयोग के कार्यालय में घुसने का प्रयास किया। उन्होंने मांग की कि आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए कदम उठाए। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और राज्य में भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार उम्मीदवारों को बस में लेकर आए और आयोग के कार्यालय में घुसने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने इन लोगों को रोक दिया।