Bengal Panchayat Polls: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में शनिवार को हिंसा का सिलसिला दिनभर चलता रहा। अब तक राज्य में 15 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई लोग घायल हुए हैं। मतपेटियों में तोड़फोड़, आगजनी की गई। कई जगहों पर बम फेकें गए। इसी बीच शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस नेपूरे दिन राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद बोस ने पश्चिम बंगाल चुनाव की एक गंभीर तस्वीर पेश की।

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, ‘उन्होंने अपने दौरे के दौरान जो कुछ भी देखा वो बहुत परेशान करने वाला है। वहां हिंसा है, हत्या है, बल है और धमकी है। बोस ने कहा कि हमें गरीबी को खत्म करना चाहिए, इसके बजाय हम गरीबों को खत्म कर रहे हैं। यह वह नहीं है जो बंगाल चाहता है।’
बोस ने कहा कि समाज में शांति की कमी अगली पीढ़ी को प्रभावित करेगी। उन्होंने कहा, ”राजनीति होनी चाहिए, लेकिन मैं हिंसा को राजनीति के दायरे से बाहर निकालना चाहता हूं।” उन्होंने कहा, ”मेरी हिंसा और आपकी हिंसा नाम की कोई चीज नहीं है। हिंसा तो हिंसा है।”

‘हिंसा के अपराधी हत्या, भुखमरी, गोलियां चाहते हैं’

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राज्य के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है जहां की स्थिति ठीक नहीं है। हिंसा के अपराधी हत्या, भुखमरी, गोलियां चाहते हैं। बोस ने कहा कि हमें युद्ध छेड़ने के बजाय शांति कैसे कायम की जाए, इसको सीखना चाहिए। बोस ने उत्तर 24 परगना जिले के एक अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हिंसा में घायल लोगों का हाल जाना। इसके बाद बोस ने राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा से अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करने की अपील की।

‘राज्य में हिंसा चिंता का विषय’

राज्यपाल सीबी आनंद बोस ने कहा, ‘ मुझे बताया गया कि राज्य हत्याएं हो रही हैं, गोलियों की आवाज़ सुनाई दे रही है, लोगों को पीट-पीटकर मार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खून-खराबा वाला एक भी मामला हम सभी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। यह लोकतंत्र के लिए सबसे पवित्र दिन है। जहां हर आम आदमी को संविधान के अनुसार वोट देने का अधिकार दिया जाता है।

बोस ने कहा कि चुनाव बिना हिंसा के होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी मुझे शिकायतें मिलीं, मैंने इसे सक्षम अधिकारियों – यानी राज्य चुनाव आयुक्त को भेज दिया है। राज्यपाल ने कहा कि मैं ईमानदारी के साथ कह सकता हूं कि मुझे उनसे तुरंत उत्तर मिला। उन्होंने कहा कि आज मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि घर से बाहर निकलें और मतदान करें। कृपया अपने अधिकारों का प्रयोग करें। आपका वोट ही स्थिति का समाधान कर सकता है। अपने विवेक के अनुसार वोट करें।’

सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैं सुबह से ही फील्ड पर हूं। रास्ते में लोगों ने मेरा काफिला रोका। उन्होंने मुझे अपने आसपास हो रही हत्याओं के बारे में बताया। उन्होंने यह भी बताया कि उनको गुंडों द्वारा मतदान केंद्रों पर जाने से रोका जा रहा है। बोस ने कहा कि इससे हम सभी को चिंता होनी चाहिए। यह लोकतंत्र के लिए सबसे पवित्र दिन है। चुनाव गोलियों से नहीं, बल्कि मतपत्रों से होने चाहिए।

अब्दुल्ला की पत्नी से मिले राज्यपाल सीवी आनंद बोस

उत्तर 24 परगना के बैरकपुर शहर का दौरा करने के बाद, बोस ने कदम्बागाछी क्षेत्र में मतदान केंद्रों का दौरा किया, और फिर नादिया जिले में कल्याणी का दौरा किया। कदम्बागाछी की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अब्दुल्ला नाम के एक व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की, जिस पर एक स्वतंत्र उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था। जब बोस अब्दुल्ला की पत्नी हसीनारा बीबी से मिले। हसीनारा बीबी ने कहा कि हम आरोपियों के खिलाफ जरूरी सजा चाहते हैं। इसके बाद राज्यपाल अब्दुल्ला को देखने अस्पताल गए।

एक निवासी रोसेनारा बीबी ने कहा, ‘जब राज्यपाल ने इस क्षेत्र का दौरा किया तो हमें अपने घर से बाहर आने और अपना वोट डालने का साहस मिला। बूथ की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बल भी यहां आये थे। पुलिस भी समय-समय पर गश्त कर रही है।’ गुरुवार को बोस ने आरोप लगाया था कि एसईसी (राज्य चुनाव आयोग) अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहा है। मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि लोगों के जीवन की रक्षा की जाए।