पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हिंसा के ज्यादातर मामले दक्षिण पूर्व कोलकाता से करीब 25 किलोमीटर दूर भांगर से सामने आए हैं। जिसके बाद शुक्रवार को इस मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। वहीं, सीएम ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा है।
बंगाल में हमसे सहयोग मांगने न आएं- ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा कि आज जो लोग बोल रहे हैं कि बंगाल में शांति नहीं है, मैं उनसे पूछती हूं कि CPI(M) के राज में कौनसी शांति थी। कांग्रेस तो बहुत राज्यों में रही है, वे संसद में हमारा सहयोग चाहते हैं। हम भाजपा के खिलाफ उनका साथ देने को तैयार हैं लेकिन CPI(M) से हाथ मिलाने के बाद आप बंगाल में हमसे सहयोग मांगने न आएं।
CM ने कहा कि दक्षिण 24 परगना में कल तक पंचायत चुनाव के लिए 2 लाख 31 हज़ार नामांकन हुए जिसमें से TMC ने 82 हजार नामांकन किया लेकिन विरोधी दल ने एक-डेढ़ लाख नामांकन किया। उन्होंने कहा कि TMC कुछ करे तो खराब और भाजपा के ज्यादातर लोग चोर, डकैत, गुंडे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह भारत के चुनावी इतिहास में काला अध्याय
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में जिस प्रकार के दृश्य दिखाई दे रहे हैं, हिंसा का जो तांडव दिखाई पड़ रहा है, यह कष्टदायी है। इससे भी ज्यादा दुखद है, वहां की सरकार की असंवेदनशीलता। हमारे कार्यकर्ताओं पर प्राणघातक हमले हुए हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार और पुलिस जिस प्रकार से बर्ताव कर रही है वो भारत के लोकतांत्रिक और चुनावी इतिहास में एक बहुत ही काला अध्याय है।
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बंगाल में 341 ब्लॉक हैं। आखिरी दिन यहां, 4 घंटे के अंदर 40 हजार से अधिक लोगों ने नामांकन किया है, वो भी 340 ब्लॉक में। एक व्यक्ति के नामांकन का समय औसतन 2 मिनट आता है। उन्होंने कहा कि इस स्पीड से हुए नामांकन दर्शाते हैं कि स्थानीय सरकार किस तरह से व्यवस्था को अपने हाथ में लिए हुए है। क्या यह लोकतंत्र का उपहास नहीं है?
ऐसा खेल कम्युनिस्ट सरकार करती थी- सुधांशु त्रिवेदी
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मैं TMC को यह कहना चाहता हूं कि यह हिंसा का जो खेल आप खेल रहे हैं, ऐसा ही कम्युनिस्ट सरकार करती थी। आज आप उनका हाल देख लीजिए। अटल जी की लिखी पंक्तियां हैं कि – चिंगारी का खेल बुरा होता है, औरों के घर में आग लगाने का सपना, अपने घर में ही अक्सर खरा होता है।
पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र फल-फूल रहा है या लुप्त हो रहा है?
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र लगभग समाप्त हो गया है, मैं उनसे एक सवाल पूछना चाहता हूं। मेरा सवाल है कि पश्चिम बंगाल में जिस स्तर की हिंसा देखी जा रही है, वह क्या दर्शाती है? वहां लोकतंत्र फल-फूल रहा है या लुप्त हो रहा है?
उन्होंने कहा कि मैं समस्त विपक्षी दलों से पूछना चाहता हूं लोकतंत्र का हिंसा से घायल स्वरूप आज जो पश्चिम बंगाल में दिख रहा है जो मां, माटी, मानुस की बात करती थीं, आज वहां भारत मां के विरुद्ध शक्तियां खड़ी हो रही हैं। माटी खून से सनी है और मनुष्यता पूरी तरह से व्यथित और कलंकित नजर आ रही है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उसको देख कर भी किसी विपक्षी दल को कोई समस्या नजर नहीं आ रही है।
राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने किया भांगर का दौरा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले में भांगर का दौरा करने के बाद कहा कि राज्य में राजनीतिक हिंसा हर हाल में खत्म होनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि वह पहले ही मौजूदा स्थिति पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चर्चा कर चुके हैं। भांगर में स्थिति का जायजा लेने के बाद बोस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बंगाल के कुछ हिस्सों में कुछ अवांछित घटनाएं हुई हैं। किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हमें इसे रोकना होगा।’’
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में हाल में दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में इंडियन सेक्युलर फ्रंट और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की घटनाएं सामने आई हैं। बृहस्पतिवार को राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। पंचायत चुनाव के नामांकन दाखिल करने के दौरान भांगर के अलावा अन्य जिलों में भी हिंसक झड़प हुईं।