पश्चिम बंगाल के 19 जिलों में 697 मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग हो रही है। शनिवार को इन सीटों पर हिंसा और मतपेटियों से छेड़छाड़ के बाद इन सीटों पर चुनाव अमान्य घोषित कर दिया गया था इन सीटों पर सोमवार शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर बूथ पर राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बलों के चार जवान तैनात किए गए हैं। जिन जिलों में पुनर्मतदान की घोषणा की गई है, उनमें मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक 174 बूथ हैं, उसके बाद मालदा में 110 बूथ हैं। इसके अलावा नदिया में 89 मतदान केंद्र पर, कूच बिहार में 53, उत्तर 24 परगना में 46, उत्तर दिनाजपुर में 42, दक्षिण 24 परगना में 36, पूर्व मेदिनीपुर में 31 और हुगली में 29 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हो रहा है।
कांग्रेस ने भी साधा निशाना
कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने रविवार को आरोप लगाया कि गृहमंत्रालय की ओर से केंद्रीय बलों को राज्य में तैनात करने में देरी के निर्देश दिए गए थे। इससे टीएमसी को मत लूटने में मदद मिली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी और टीएमसी के बीच समझौता हो गया है। इसके बदले में ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट हो रहे विपक्ष का ‘खेल बिगाड़ेंगी।’ अधीर रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी विपक्षी मोर्चे के लिए ‘गद्दार’ के तौर पर काम करेंगी।’
राज्यपाल की आज गृहमंत्री से मुलाकात
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव वाले दिन जमकर हिंसा हुई थी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस दिल्ली पहुंचे हैं जो गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि राज्यपाल हिंसा की रिपोर्ट अमित शाह को सौंप सकते हैं। बता दें कि, शनिवार को 74 हजार पंचायतों के लिए वोटिंग हुई थी। इस दौरान जमकर हिंसा हुई और पोलिंग बूथों पर मारपीट, बूथ लूटने और आगजनी करने की घटनाएं सामने आईं थी। हिंसा में कई लोगों की मौत भी हुई और कई लोग घायल हो गए।
