बंगाल की सियासत के बड़े चेहरे और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के साले टीएमसी में शामिल हो गए हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में नेताओं की दल बदल जारी है। मुकुल रॉय के साले सृजन रॉय ने मीडिया से बातचीत में अपने बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल होने के फैसले को सही बताया। सृजन रॉय ने कहा कि वह दो साल तक बीजेपी में रहे लेकिन पार्टी को समझ नहीं सके। उन्होंने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी को अपना ‘घर’ बताया। मालूम हो कि सृजन रॉय ने दो साल पहले बीजेपी ज्वॉइन की थी।

उन्होंने कहा, “मैंने 2019 में बीजेपी ज्वॉइन की थी। बीजेपी के बारे में मुझे कुछ समझ नहीं आया, ये कैसे काम करती है और उसमें क्या होता है। टीएमसी मेरे घर की तरह है।” बीजेपी के उस दावे पर कि बीजेपी बंगाल चुनाव जीतेगी रॉय ने कहा : “हर कोई जीत का दावा करता है, पर असलियत कुछ और होती है।”

जब उनसे पूछा गया कि क्या इससे उनके मुकुल रॉय के साथ रिश्तों पर असर पड़ेगा तो सृजन रॉय ने कहा कि राजनीति और रिश्तेदारी दोनों अलग चीजें हैं। “रिश्तेदारी और राजनीति अलग हैं।ऐसा राजनीति में कई बार हुआ है।” मालूम हो कि कई सारे टीएमसी नेता हैं जो चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए हैं। सुवेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी ने मंत्री पद छोड़ बीजेपी का दामन थामा है।

उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी आगामी बंगाल चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन कर सकती है। लेकिन ममता के गढ़ में चुनौती देना भगवा पार्टी के आगे बड़ी चुनौती है। बीजेपी का ये दावा भी है कि वह बहुमत के साथ बंगाल में सरकार बनाएगी।

मालूम हो कि आज सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग एक हफ्ते के भीतर बंगाल चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। एक रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि चुनाव आयोग मार्च अप्रैल में चुनाव करा सकता है। इसलिए हमें तैयार रहना होगा।

बता दें कि चुनाव आयोग बंगाल में चुनाव कराने के लिए लगातार नजर बनाए हुए है और अधिकारियों के दौरे भी हो रहे हैं। आज बंगाल के मुख्य सचिव ने कहा कि अगर बीजेपी को राज्य में प्रचार करने के लिए रथ यात्रा निकालनी है तो इसके लिए वह स्थानीय प्रशासन से अनुमति लें। इस महीने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में ताबड़तोड़ परिवर्तन यात्राएं करने वाले हैं।