West Bengal, NRC: पश्चिम बंगाल के कोंताई क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक 34 वर्षीय युवक ने आत्महत्या के प्रयास में कई बार खुद पर चाकू से कई वार किये। उसके परिवार के सदस्यों ने शुक्रवार (17 जनवरी) को दावा किया कि वह संभावित राष्ट्रीय रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) से परेशान था। बता दें कि एनआरसी को लेकर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया था कि वह इसे अपने राज्य में नहीं लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने यह भी कहा कि इसके भय से कई लोग बंगाल में मर चुके हैं।
क्या है मामला: इंडिया टुडे में छपी खबर के मुताबिक, बसंतिया गांव के निवासी ताहिरुद्दीन शेख ने गुरुवार को चाकू से वार कर अपनी जान लेने की कोशिश की। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में यहां एनआरएस मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पूर्वी मिदनापुर जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि राजमिस्त्री ताहिरुद्दीन मानसिक रूप से तनाव में हो सकता है।
Hindi News Live Hindi Samachar 17 January 2020: पढ़ें आज की बड़ी खबरें
पुलिस का बयान: एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसे कई चोटें लगी हैं। फिलहाल उसका इलाज जारी है। वह मानसिक रूप से भी परेशान हो सकता है। लेकिन जब तक डॉक्टर मंजूरी नहीं देते तब तक हम उसका बयान नहीं ले सकते। पीड़िता के एक रिश्तेदार ने कहा कि ताहिरुद्दीन नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और NRC को लेकर परेशान था। उन्होंने यह भी बताया कि वह सीधे तौर पर किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं था, लेकिन हाल ही में उसने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन रैलियों में हिस्सा लिया था।
ममता बनर्जी का एनआरसी से इनकार: सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता और कोंटी-2 पंचायत समिति के उपाध्यक्ष तरुण जना ने कहा कि मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में लोग अब डर में जी रहे हैं। सरकार को लोगों को आश्वस्त करने के लिए प्रयास करने चाहिए हैं। लेकिन विपक्षी भाजपा ने इस घटना के लिए तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया। बीजेपी नेता अनूप चक्रवर्ती ने कहा, “तृणमूल कांग्रेस और उसके नेतृत्व को जिम्मेदारी लेनी होगी। राज्य की सत्ताधारी पार्टी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम पर लोगों को गुमराह कर रही है। वे लोगों के बीच डर पैदा कर रहे हैं।”