पश्चिम बंगाल में गुरुवार (17 अक्टूबर, 2019) को बांग्लादेशी सैनिकों ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दल पर अचानक फायरिंग कर दी। बॉर्डर गार्ड्स ऑफ बांग्लादेश (BGB) के जवानों की ओर से की गई गोलीबारी में एक कॉन्सटेबल की मौत हो गई, जबकि एक अन्य जवान जख्मी हुआ है। यह फायरिंग तब की गई, जब बीएसएफ का दल बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर देश के मछुआरों का पता लगाने की कोशिशों में जुटा था।
मृतक की पहचान हेड कॉन्सटेबल विजय भान सिंह के रूप में हुई है, जिन्हें फायरिंग के दौरान सिर में गोली लगी थी। वहीं, जख्मी हुए दूसरे कॉन्सटेबल-बोटमैन के हाथ में गोली लगी थी।
समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट में बीएसफ के हवाले से बताया कि फायरिंग में ये दोनों जख्मी जवानों को आनन-फानन नजदीकी अस्पताल ले जाया गया था, पर रास्ते में ही विजय ने वहां दम तोड़ दिया। हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत पाया, जबकि जख्मी कॉन्सटेबल को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बेहरामपुर भेज दिया।
बीएसएफ के मुताबिक, गुरुवार सुबह से पद्म नदी वाले इलाके में तीन भारतीय मछुआरे मछली पकड़ने गए थे। दो लौटे और उन्होंने बाकमरिचर में बीएसएफ पोस्ट पर जवानों को बताया कि बीजीबी ने उन सभी को पकड़ लिया था। हालांकि, बीजीबी सैनिकों ने बीएसएफ पोस्ट कमांडर को फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाने के वास्ते उन दोनों को वापस आने दिया।
आगे बीएसएफ के बयान में कहा गया- रात साढ़े 10 बजे पांच टुकड़ियों के साथ पोस्ट कमांडर बीएसएफ की बोट में बीजीपी पैट्रोल की बाउंड्री (पद्म नदी क्षेत्र में) के पास पहुंचे थे। फ्लैग मीटिंग के दौरान बीजीपी पैट्रोल ने भारतीय मछुआरे को नहीं छोड़ा। यही नहीं, उस दौरान उन्होंने बीएसएफ की टुकड़ियों का घेराव करने की कोशिश की थी।
गुरुवार शाम Border Guards Bangladesh ने बीएसएफ दल पर फायरिंग को लेकर कहा- चारों बीएसएफ कर्मी यूनिफॉर्म में थे, जबकि शेष हाफ पैंट्स में थे। बीएसएफ दल के पास हथियार भी थे। बीएसएफ को बताया गया था कि अगर वह कैदियों को वापस ले जाना चाहती है, तब उन्हें फ्लैग मीटिंग के दौरान आधिकारिक तौर पर लौटाया जाएगा।
बीजीपी पैट्रोल टीम ने बीएसएफ को बताया, “आप लोग भी अवैध तरीके से बांग्लादेश देश आए हैं। बीएसएफ सदस्य इसके बाद वहां से भागने लगे। बीजीपी ने इसी पर उन्हें रोकना चाहा, तो बीएसएफ वालों ने फायरिंग कर दी। हमारी स्पीडबोट्स इसके बाद भारतीय सीमा में गईं। बीगीपी ने इसके बाद आत्मरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की। बाद में पता लगा कि उसी फायरिंग में एक बीएसएफ जवान की जान चली गई।”