बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने वरिष्ठ नेता और मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय को पार्टी छोड़ने की सलाह दी है। घोष ने इशारों में कहा कि आपने पार्टी के लिए कुछ नहीं किया है लेकिन आपके जैसे लोगों के लिए पार्टी ने सब कुछ किया है। रॉय ने घोष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने जो कहा उस पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार ने इस विवाद से दूरी बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि तथागत रॉय के बयान पर कार्रवाई करने का अधिकार केंद्रीय नेतृत्व के पास है।

तथागत रॉय ने हाल ही में कहा था कि उन्हें कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेताओं पर शर्म आती है। बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अंधाधुंध तरीके से लोगों को भाजपा में शामिल किया। लेकिन उनके जीतने की संभावना कितनी है इस पर ध्यान नहीं दिया। रॉय ने मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट किए थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा की बंगाल इकाई का कामकाज देखने के लिए अब विजयवर्गीय के वापस आने की कोई संभावना नहीं है। रॉय का रवैया पार्टी के पूर्व पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष के प्रति खासा आलोचनात्मक रहा है।

अभिनेता से नेता बने जॉय मुखर्जी ने छोड़ा बीजेपी का दामन

अभिनेता से नेता बने जॉय बनर्जी ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है। भाजपा में 2014 में शामिल हुए बनर्जी दो बार लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पार्टी से अलग होने के अपने फैसले के बारे में उन्हें सूचित किया है। बनर्जी ने कहा कि वह लोगों के लिए काम करना चाहते हैं। भाजपा के साथ जुड़े रहकर यह संभव नहीं है।

जॉय बनर्जी ने बताया कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से उन्हें हटा दिया गया है। केंद्रीय नेतृत्व ने मेरी सुरक्षा भी वापस ले ली। मैं नया सदस्य नहीं हूं। मैं 2014 में पार्टी में शामिल हुआ था। बनर्जी ने कहा- मैंने पीएम मोदी को 2017 में बताया था कि मैं संगठन के लिए कुछ और भी करना चाहूंगा। लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मैं अब और उपेक्षा बर्दाश्त नहीं कर सकता। तृणमूल में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है।