पश्चिम बंगाल में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में टीएमसी ने जोरदार जीत दर्ज कर सूपड़ा साफ कर दिया है। टीएमसी की इस जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ता उग्र हो गए और उन्होंने उत्तरी 24 परगना जिले में भाजपा के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की और भाजपा कार्यालय को टीएमसी के रंग में रंग दिया। इतना ही नहीं टीएमसी समर्थकों ने कार्यालयों से भाजपा का झंडा उतारकर वहां अपनी पार्टी टीएमसी का झंडा फहरा दिया और नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि कुछ कार्यालयों में उग्र टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा आगजनी भी की गई। फिलहाल पुलिस घटना की जांच कर रही है।

बता दें कि बीते सोमवार को पश्चिम बंगाल में करीमनगर, कालियागंज और खड़गपुर सदर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के दौरान वोट डाले गए थे, जिनके नतीजे गुरुवार को घोषित हुए। नतीजों के अनुसार, टीएमसी ने तीनों ही सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि हालिया आम चुनावों में इन सीटों पर भाजपा का वोट प्रतिशत 50% से भी ज्यादा रहा था। ऐसे में उपचुनाव के नतीजे टीएमसी के लिए जहां विश्वास बढ़ाने वाले हैं, वहीं ये नतीजे भाजपा के लिए बड़ा झटका माने जा रहे हैं।

खबर के अनुसार, पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में पानपुर, नैहाटी, मदराल और बराकपोरा में भाजपा कार्यालयों पर टीएमसी समर्थकों ने कब्जा कर किया। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हिंसा का लंबा दौर रहा है। पहले ये हिंसा लेफ्ट और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच होती थी, लेकिन अब राज्य में भाजपा के उभार के बाद टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा का दौर चल रहा है।  बीते दिनों हुए लोसभा चुनावों के दौरान भी भाजपा और टीएमसी पर एक-दूसरे के कार्यालयों पर कब्जा करने की खबरें आयीं थी। अब उपचुनाव के नतीजों के साथ ही ये घटनाएं फिर से सामने आयी हैं।

उपचुनाव के ये नतीजे भाजपा के लिए इसलिए भी झटका माने जा रहे हैं, क्योंकि बीते लोकसभा चुनावों में भाजपा ने इन तीनों सीटों पर 50% से ज्यादा वोट हासिल किए थे। अब इन सीटों पर भाजपा के वोट शेयर में गिरावट देखी गई है। माना जा रहा है कि एनआरसी मुद्दे पर भाजपा के स्टैंड के चलते उसे बंगाल में नुकसान उठाना पड़ा है। भाजपा असम के बाद पूरे देश में एनआरसी लागू करने की बात कह रही है, लेकिन ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया है कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी।