पश्चिम बंगाल के दूसरे चरण के चुनाव में सबसे हॉट सीट बना नंदीग्राम पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। इसको लेकर लगातार चर्चाएं और परिचर्चाएं जारी हैं। मीडिया और मीडिया के बाहर भी इस पर लोग बात कर रहे हैं। टीवी चैनलों में भी यह सबसे हॉट टॉपिक बना हुआ है। टीवी चैनल न्यूज-24 पर एंकर संदीप चौधरी ने पूछा कि क्या नंदीग्राम इतना महत्वपूर्ण हो गया है भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के लिए वह सब कुछ वहां दांव पर लगा दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी कहा है कि गुरुवार को इतिहास बदलने वाला है।

इस पर उनके साथ बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष ने कहा कि मोदी हर लड़ाई ऐसे लड़ते हैं जैसे ये जिंदगी की आखिरी लड़ाई हो। उन्होंने कहा कि भाजपा का इस बात की तारीफ करनी चाहिए। वह जमीन पर ही चुनाव नहीं लड़ती, बल्कि माइंडगेम खेलती है। सामने वाले को इतना डिस्टर्ब करती है कि वह परेशान हो जाता है। भाजपा आज की तारीख में मीडिया के माध्यम से उस साइकोलॉजिकल वार को बहुत सक्सेजफुली करती है। उस साइकोलॉजिकल वार में आज की स्थिति यह हो गई है कि ममता बनर्जी को पिछले चार-पांच दिन से नंदीग्राम में रहकर अपना प्रचार करना पड़ रहा है।

उधर ममता बनर्जी ने गैर भाजपाई दलों के नेताओं को पत्र लिखकर विपक्ष को एक साथ आने का आह्वान किया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी के नेता शरद पवार, डीएमके नेता स्टालीन, बीजेडी के नवीन पटनायाक, सपा के अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल समेत कई दलों के नेताओं से आग्रह किया है कि वे इस लड़ाई में आगे आएं।

हालांकि ममता बनर्जी के पत्र पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तंज कसते हुए कहा, टीएमसी और उनकी सरकार अब डूब रहा जहाज हो गया है। वह हताशा में हैं। इसीलिए ऐसे कदम उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को अहसास हो गया है कि अब वह नहीं उबरने वाली हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ममता बनर्जी अब विपक्ष का चेहरा बनना चाहती है, हालांकि वे इसमें बहुत सफल हों, ऐसा दिख नहीं रहा है। कांग्रेस समेत दूसरे दल उनके इस कोशिश को बहुत सहयोग नहीं कर रहे हैं।