West Bengal By-Election Results 2019 HIGHLIGHTS: पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों हुए उप चुनाव के नतीजे आ गए हैं। तीनों सीटों पर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने क्लीन स्वीप किया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले हुए उप चुनाव में भाजपा को खासा झटका लगा है।
उप चुनाव में कलियागंज सीट से टीएमसी प्रत्याशी तपन देब सिंघा 2,304 वोटों जीते। खड़गपुर सदर सीट से टीएमसी के कैंडिडेट प्रदीप सरकार 20,811 वोटों से जीते। इसके अलावा टीएमसी के बिमलेंदु सिन्हा रॉय ने करीमपुर से जीत हासिल की कर ली है। इस उपचुनाव में सात लाख से अधिक मतदाताओं में से 75.34 फीसदी ने वोट डाला।।
इसी बीच बंगाल के नॉर्थ 24 परगना की भाजपा अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा ने कहा, 'तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मेरे घर और कार में तोड़-फोड़ की। जब मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका, तो तृणमूल के लोगों ने उन्हें भी पीटा। मेरा घर पश्चिम बंगाल में बारकपुर संसदीय क्षेत्र के नैहाटी में है।'
उपचुनाव में टीएमसी की शानदार जीत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने अहंकार और राज्य के लोगों को ‘अपमानित’ करने का परिणाम भुगत रही है। हम इस जीत का श्रेय बंगाल की जनता को देते हैं। सीपीआई (एम) और कांग्रेस की तीखी आलोचना करते हुए ममता ने कहा कि दोनों पार्टियां खुद को मजबूत करने के बजाय पश्चिम बंगाल में बीजेपी की मदद कर रही हैं।
पश्चिम बंगाल की कलियागंज सीट से जीतने वाले टीएमसी के प्रत्याशी तपन देब सिंहा ने कहा कि 'मैं इस जीत के साथ काफी खुश हूं...राज्य स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं ने इस जीत को मुमकिन बनाने के लिए काफी मेहनत की है। लोग ममता बनर्जी सरकार के विकास कार्यों में विश्वास करती है। जबकि लोगों ने बीजेपी पर विश्वास खो दिया है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा की तीन सीटों पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस कब्जा करते हुए दिख रही है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने कलियागंज और खड़गपुर सदर पर जीत हासिल कर ली है वहीं, करीमपुर सीट पर पार्टी आगे बनी हुई है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने दूसरी जीट पर जीत हासिल कर ली है। खबरों के मुताबिक खड़गपुर सदर सीट पर टीएमसी ने जीत हासिल की है। टीएमसी के प्रत्य़ाशी प्रदीप सरकार ने 20,811 वोटों से यहां जीत हासिल की है। आपको बता दें कि कलियागंज सीट पर भी टीएमसी ने जीत हासिल की है।
उपचुनाव में मिली एक सीट पर जीत के बाद टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 'यह लोगों की जीत है...यह विकास की जीत है...नफरत की राजनीति काम नहीं आती है और लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को नकार दिया है।'
पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी को पटखनी दे दी है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक टीएमसी के प्रत्याशी तपन देब सिंहा ने इस सीट पर भाजपा के कमल चंद्र सरकार को 2304 वोटों के अंतर से हराया है।
करीमपुर विधानसभा सीट पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी बिमलेंदू सिन्हा रॉय आगे चल रहे हैं। यह वहीं सीट है जिसपर इस उपचुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। साल 2016 में इस सीट पर टीएमसी का ही कब्जा रहा था और पार्टी को उम्मीद है कि इस बार भी यह सीट उसी के खाते में जाएगी।
पश्चिम बंगाल में साल 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में करीमपुर, खड़गपुर सदर और कालियागंज सीट पर हुआ यह उपचुनाव बीजेपी और टीएमसी के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इन तीनों सीटों के विजेताओं से इस बात का अंदाजा लगाया जाएगा कि विधानसभा चुनाव में जनता का मिजाज कैसा हो सकता है। टीएमसी के लिए इस उपचुनाव के रिजल्ट इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी यहां की 42 सीटों में से सिर्फ 22 सीटें जीतने में कामयाब हो पाई थी। लिहाजा इन सीटों पर परिणाम घोषित होने के बाद टीएमसी अपनी अगली रणनीति तैयार करेगी।
तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप सरकार करगपुर सीट पर आगे चल रहे हैं। उन्होंने 6,000 वोटों से बढ़त बना ली है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रेम चंद्र झा मैदान में हैं। अब पश्चिम बंगाल की 3 सीटों में से 2 सीटों पर टीएमसी आगे हो गई है।
Kaliaganj सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार तपन देब सिंहा से करीब 1,600 वोटों से आगे चल रहे हैं। जाहिर है इस सीट पर कांग्रेस के लिए अभी यह बुरी खबर है कि क्योंकि इस सीट पर पार्टी के नेता Parmathanath Roy विधायक थे और इसी साल उनके निधन की वजह से यह सीट खाली हो गई थी।
खड़गपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने 7 बार जीत का परचम लहराया है। कांग्रेस के नेता ज्ञानसिंह सोहनपाल ने यह कारनामा इस सीट पर किया है। हालांकि साल 2016 में ज्ञानसिंह सोहनपाल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष से हार गए थे।
मतगणना के बाद शुरुआती रूझानों में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। खड़गपुर सदर, सीट पर कांग्रेस के प्रत्य़ासी चितरंजन मंडल 544 वोटों से आगे चल रहे हैं। यहां उनका मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी प्रेम चंद्र झा से है।
आपको बता दें कि करीमपुर सीट पर उपचुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई थी। हालांकि यहां हिंसा भी हुई थी। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके प्रत्याशी के साथ बदसलूकी की थी। बता दें कि इस सीट पर हमेशा से ही CPM का कब्जा रहा है। यह सीट सीपीएम के उम्मीदवार महुआ मैत्रा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी।
पश्चिम बंगाल में वोटों की गिनती शुरू हो गई है। करीमपुर के अलावा खड़गपुर सदर और कालीगंज विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हुए थे। आज दोपहर तक इन सीटों पर विजेताओं का ऐलान कर दिया जाएगा।
इस चुनाव में सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी के बीच टक्कर है। बता दें कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी और कई स्थानों पर दूसरे नंबर पर रही थी।
पश्चिम बंगाल की 3 और उत्तराखंड की 1 विधानसभा सीट के लिये मतगणना 28 नवंबर को की जाएगी। इन सीटों पर उप चुनाव 25 नवंबर को हुए थे। लोकसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में यह पहली बार इस तरह का चुनाव हो रहा है