मार्च के महीने में मौसम सुहावना हो जाता है, ना ज्यादा गर्मी लगती है और ना ही कपकपाने वाली ठंड देखने को मिलती है। लेकिन इस पार मौसम का मिजाज कुछ अलग है, ये लोगों के साथ आंख मिचौली कर रहा है। इसी वजह से पहाड़ों पर भारी बर्फबारी शुरू हो चुकी है, मैदानों में कई जगह तेज बारिश हो रही है और सवाल सभी के मन में एक- क्या गर्मी के कपड़े निकालें जाएं या नहीं?
अब सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि सर्दियों में बारिश होना एक आम बात है। पिछले कुछ सालों में फरवरी और मार्च महीने में इसी तरह से बारिश देखने को मिली है। अब होता ये है कि अगर पहाड़ों पर बर्फबारी हो जाए, तो उस स्थिति में ठंडी हवाएं पहाड़ों से मैदानों की तरफ चलती हैं। वो हवाएं अपने साथ नमी लेकर आती हैं, उनसे बादल बनते हैं। फिर उन्हीं बादलों की टक्कर जब ठंडी और गर्म हवाओं से होती है, वो बारिश का रूप ले लेती है।
अब यही स्थिति इस समय भी बनी हुई है। पहाड़ों पर अचानक से बर्फबारी शुरू हो गई है। जो लोकल लोग पहले ये सोच परेशान थे कि इस बार कम बर्फबारी हुई है, उसकी कसर मार्च महीने में पूरी होती दिख रही है। पिछले तीन दिनों से जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड बर्फबारी हो रही है, कुपवाड़ा, करगिल में तो कई जगह रास्तें बंद हो चुके हैं। मौसम विभाग ने श्रीनगर के लिए सात मार्च तक बर्फबारी और बारिश की संभावना जता रखी है।
उत्तराखंड की बात करें तो वहां भी आठ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर रखा है। इन जिलों में बर्फबारी से लेकर बारिश की प्रबल संभावना है। केदारनाथ में तो शुक्रवार से शुरू हुई बर्फबारी शनिवार और रविवार को भी जारी रही। इसी तरह देहरादून में भी न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, कई इलाकों में गरज के साथ बादल भी बरसे हैं। उत्तर प्रदेश का हाल भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। मैदानी इलाकों में पहाड़ों की बर्फ का असर साफ दिख रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश और ओले गिरने के आसार हैं। गाजियाबाद में कल और पांच मार्च को बादल छाए रहेंगे, नोएडा में भी ऐसी ही स्थिति बनती दिख रही है। पीलीभीत, सीतापुर, खैरी, बाराबंकी, कानपुर, प्रयागराज, अयोध्या समेत कई जिलों में आने वाले दिनों में तेज बारिश की भी पूरी संभावना है। बेमौसम ये बारिश किसानों के लिए भी मुश्किल खड़ी कर रही है, उनकी फसलों को काफी नुकसान हो रहा है।
अब सवाल ये आता है कि इस बदलते मौसम में लोग गर्मियों वाले मूड में कब तक आ सकते हैं। जैसा मौसम का मिजाज चल रहा है, तमाम डॉक्टर मान रहे हैं कि सबसे ज्यादा बीमार पड़ने की संभावना इसी वक्त रहती है। बदलते मौसम का सबसे पहले असर आपके इम्युनिटी पर पड़ता है। उस वजह से वायरल संक्रमण होने की ज्यादा संभावना रहती है। ऐसे मौसम में इन्फ्लुएंजा या फ्लू काफी सामान्य सी बात है। लेकिन अगर ये निमोनिया का रूप ले ले तो गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकती है।
अब यही बीमारी का डर उस सवाल का भी जवाब है कि अभी इस समय गर्मी के कपड़े निकालें जाएं या नहीं। तमाम डॉक्टर बताते हैं कि अभी लोगों को गर्म कपड़े पहनना बंद नहीं करना है। तापमान में जैसा उतार-चढ़ाव लगातार देखने को मिल रहा है, उस वजह से संक्रमण का खतरा भी ज्यादा है।