महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बीती रात जोरदार बारिश हुई जिसके चकते शहर में जगह जगह पर भारी जलभराव हो गया है। भारी बारिश से सायन रेलवे स्टेशन पर यात्री फंस गए, लगातार बारिश से स्थिति ऐसी बिगड़ी कि प्लेटफार्म तक पानी आ गया जिसकी वजह से लोगों का काफी परेशानी सामना करना पड़ा। मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार मुंबई में आज भी बारिश हो सकती है।
वहीं राजधानी दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है। शहर में पिछले 13 दिन से बारिश नहीं हुई है। दिल्ली में सितंबर में अब तक 80 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। सफदरजंग केंद्र के मुताबिक इस माह में सामान्य 102 मिलीमीटर बारिश के बजाय अभी तक 20.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। दिल्ली में अगस्त में 237 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो इस माह में पिछले सात साल में हुई सर्वाधिक बारिश है।
उत्तर प्रदेश में अगले दो से तीन दिनों तक विभिन्न इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में महोबा, झांसी, आजमगढ़ और मऊ और इन जिलों के आसपास के इलाकों में कहीं सामान्य तो कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं दिल्ली में सितंबर में बारिश नहीं होने से लोगों को उमस के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देश के सभी राज्यों में मानसून लगभग खत्म होने के कगार पर है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण एक बार और देश के कई राज्यों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम विभाग ने दिल्ली में बुधवार को हल्की बारिश होने की संभावना जतायी है। मौसम विभाग के अनुसार यह बारिश मानसून के मौसम की आखिरी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में पिछले दो सप्ताह से बारिश नहीं हुई है। सफदरजंग वेधशाला में आठ सितम्बर को 1.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इस महीने दिल्ली में केवल तीन दिन बारिश हुई है, जो कि 2016 के बाद सबसे कम है।
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि उत्तर बंगाल में भारी बारिश की संभावना है जिससे नदियों में उफान आ सकता है और दार्जीलिंग तथा कलिमपोंग जिलों के पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं। विभाग के निदेशक जी के दास ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहीं संबंधित स्थितियों के चलते 23 से 25 सितंबर तक उत्तर बंगाल के जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
इस साल पूरे देश में सामान्य से सात फीसद अधिक बारिश हुई है। लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 15 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा उत्तराखंड के कुछ जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। सोमवार देहरादून समेत चार जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई थी।
कानपुर समेत आसपास के जनपदों में चक्रवाती तूफान नोल ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। बीते करीब दो हफ्ते से गर्मी, उमस के बाद अचानक मौसम बदल गया है। मंगलवार देर रात पहले बूंदाबांदी फिर झमाझम बारिश हुई, जबकि हवा सामान्य से काफी तेज चलती रही, यह स्थिति अभी दो दिन और रहेगी। बारिश के बाद तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे आने से मौसम सुहावना हो गया है।
इस माैसम में लाेग घराें से कम ही निकल रहे हैं। जिले में काेराेना के बढ़ते मामलाें के कारण बाजाराें में भी सन्नाटा पसरा हुअा है। काेराेना संकट के चलते लुधियाना शहर में वैसे ही सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं, जिसके कारण लाेग कम ही घराें से निकल रहे हैं। इसका व्यवसाय पर असर पड़ रहा है।
लुधियाना में मंगलवार शाम को हुई हल्की बारिश के बाद भी लोगों को गर्मी से निजात नहीं मिल पाई। बुधवार को तेज धूप निकलने की वजह से लोग गर्मी से बेचैन रहे। हालांकि बीच-बीच में हवा के चलने से थोड़ी राहत रही और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर विभाग के पूर्वंमान की मानें तो 24 सितंबर को बादल छाए रह सकते है और कुछेक जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है
बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश होगी। ओडिशा और रायलसीमा में बिजली के साथ बरसात के आसार हैं। वहीं दक्षिण पश्चिम अरब सागर में आंधी आने के आसार हैं। इस दौरान 44-55 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, यूपी, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठावाड़ा, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और करईकल में बिजली के साथ बरसात की संभावना जताई गई है। साथ ही दक्षिण पश्चिम अरब सागर, महाराष्ट्र के तटीय इलाकों और पूर्वी-मध्य अरब सागर के इलाकों में 45-55 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इस दौरान मछुआरों को तट पर न आने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को असम, मेघालय और पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, गुजरात रीजन, कोंकण, गोवा, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पांडिचेरी में बहुत तेज बारिश के आसार हैं।
इस साल मॉनसून में जमकर बादल बरसे हैं। जानकारी के मुताबिक, मॉनसून के मौसम में इस साल 15 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। अंतिम चरण मे देश के कई हिस्सों में एक बार फिर मॉनसून सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 22 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक देश के अलग-अलग हिस्सों में चमक-धमक के साथ तेज बारिश और आंधियों की संभावना है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में सितंबर में अब तक 80 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। सफदरजंग केंद्र के मुताबिक इस माह में सामान्य 102 मिलीमीटर बारिश के बजाय अभी तक 20.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। दिल्ली में अगस्त में 237 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो इस माह में पिछले सात साल में हुई सर्वाधिक बारिश है। बता दें देश के अलग-अलग हिस्सों में इन दिनों जहां तेज बारिश देखने को मिल रही है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में बारिश न होने के कारण लोग उमस भरी गर्मी झेल रहे हैं।
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है। शहर में पिछले 13 दिन से बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग के सफदरजंग केंद्र ने 8 सिंतबर को आखिरी बार बारिश दर्ज की थी। इस महीने में दिल्ली में केवल 3 दिन ही बारिश हुई है। बारिश नहीं होने के चलते लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा रहा है।
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में आज सुबह जोरदार बारिश देखने को मिली। महकौशल क्षेत्र में आने वाले जबलपुर में सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। पिछले कुछ दिनों से धूप और बादल छाए होने के कारण लोग उमस और गर्मी से परेशान थे। ऐसे में देर रात और सुबह हुई बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। वहीं एमपी के अन्य क्षेत्रों में आशंकि बादल छाए हुए हैं। कटनी, रीवा, सतना, दमोह में भी आज बारिश होने की संभावना है।
महाराष्ट्र में मुंबई के गोरेगांव क्षेत्र में भारी बारिश हुई जिसके कारण जगह जगह पर भारी जलभराव हो गया। साथ ही रेल की पटरियों और सड़कों पर जलभराव हो गया और जिसके कारण लोकल ट्रेन तथा बस सेवाएं बाधित हो गईं। मुंबई में हुई भारी बारिश से सायन रेलवे स्टेशन पर यात्री फंस गए, लगातार बारिश से स्थिति ऐसी बिगड़ी कि प्लेटफार्म तक पानी आ गया जिसकी वजह से लोगों का काफी परेशानी सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई में बुधवार को भी मुंबई में तेज बारिश हो सकती है। मुंबई में आसमान में बादल छाए रहेंगे और यहां तेज बारिश की भी संभावना है। उधर, मंगलवार रात को हुई भारी के कारण लोगों को जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर बारिश का पानी भरने की वजह से लोगों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
'मुंबई में देर रात हुई जोरदार बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में भारी जलभराव हुआ है। सड़कों में लबालब पानी भरने के कारण कई घंटों तक वाहन चालक फंसे रहे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सड़कों पर फंसे वाहन चालकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। भारी बारिश के चलते मुंबई के सायन रेलवे स्टेशन पर पानी भर गया। देर रात तक यात्री टिन शेड के नीचे छिपे रहे। उधर, पटरियों में पानी भरने की वजह से भी यात्रियों को काफी देर तक ट्रेन का इंतजार करना पड़ा। बारिश से बिगड़ते हालात को देखते हुए लोकल ट्रेन तथा बस सेवाएं रोक दी गई।
दिल्ली में पिछले 13 दिन से बारिश नहीं हुई है। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं। मौसम विभाग के सफदरजंग केंद्र ने आठ सितंबर को आखिरी बार बारिश दर्ज की थी। इस महीने में दिल्ली में केवल तीन दिन ही बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से आद्रर्ता और गर्मी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को हल्की बारिश से तापमान में कमी की संभावना जतायी है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में सितंबर में अब तक 80 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश से मंगलवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न वायु दाब का क्षेत्र बनने के बाद 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कोट्टयम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मालापुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम बुलेटिन में बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व और पड़ोस में हवा का निम्न दबाव का क्षेत्र बना है और यह अगले दो-तीन दिन में पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। दक्षिण भारत में पिछले 24 घंटे में केरल में औसत सात सेंटीमीटर बारिश हुई
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में भी बादल बरसने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार मराठवाड़ा के दक्षिणी हिस्सों और विदर्भ के ज्यादातर हिस्सों में बारिश गतिविधियां नहीं देखने को मिल सकती है। इन क्षेत्रों में हल्की वर्षा से ज्यादा की उम्मीद नहीं है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में भी हल्की सी मध्यम वर्षा होने की संभावना बनी हुई है।
केरल में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों को मौत हो गई है। सोमवार को भी राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने सोमवार को बताया कि कासरगोड जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर पानी से भरे गड्ढों में गिरने से 37 और 50 वर्ष के दो व्यक्ति डूब गए।
मौसम बुलेटिन में बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व और पड़ोस में हवा का निम्न दबाव का क्षेत्र बना है और यह अगले दो-तीन दिन में पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। दक्षिण भारत में पिछले 24 घंटे में केरल में औसत सात सेंटीमीटर बारिश हुई
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न वायु दाब का क्षेत्र बनने के बाद 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कोट्टयम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मालापुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम केंद्र ने नबरंगपुर, नुआपाड़ा, बरगढ़, झारसुगुड़ा और बलांगीर जिलों के कुछ क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है जहां मंगलवार तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इससे पहले भुवनेश्वर में सुबह से ही 80 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई जबकि कटक शहर में 25 मिमी से अधिक वर्षा हुई। गंजम, अंगुल, नयागढ़, सोनपुर और संबलपुर जैसे जिलों में भी रविवार की तुलना में अधिक बारिश हुई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में सितंबर में अब तक 80 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। सफदरजंग केंद्र के मुताबिक इस माह में समान्य 102 मिलीमीटर बारिश के बजाय अभी तक 20.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। दिल्ली में अगस्त में 237 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो इस माह में पिछले सात साल में हुई सर्वाधिक बारिश है।
दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश से मंगलवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। शहर में पिछले 13 दिन से बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग के सफदरजंग केंद्र ने आठ सिंतबर को आखिरी बार बारिश दर्ज की थी। इस महीने में दिल्ली में केवल तीन दिन ही बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से आद्रर्ता और गर्मी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में महोबा, झांसी, आजमगढ़ और मऊ और इन जिलों के आसपास के इलाकों में कहीं सामान्य तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।
उष्णकटिबंधीय तूफान ‘बीटा’ सेामवार देर रात टेक्सास के तट पर पहुंच गया। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केन्द्र ने बताया कि तूफान ने टेक्सास के पोर्ट ओ-कोन्नोर से करीब आठ किलोमीटर दूर उत्तर में दस्तक दी। इस दौरान 45 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस साल महाद्वीपीय अमेरिका में पहुंचने वाला ‘बीटा’ नौंवां तूफान है। ‘बीटा’ के कारण इलाके में कितनी बारिश हो सकती है इसका कोई अंदाजा नहीं है। ह्यूस्टन-गैलवेस्टन कार्यालय में राष्ट्रीय मौसम सेवा के एक मौसम वैज्ञानिक डैन रेइली ने कहा,‘‘ यह अभी शायद पूर्वानुमान लगाने का सबसे अनिश्चित हिस्सा है।’’
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण सोमवार को ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में राज्य में और अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है। मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को परामर्श जारी कया है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी संभावित जल-जमाव, बाढ़ और भूस्खलन के लिए तैयार रहें।
तटीय कर्नाटक में अगले 24 घंटे के दौरान कई जगहों पर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है। आपको बता दें कि यहां पिछले कई दिनों से इसी तरह की वर्षा देखने को मिल रही है। मौसम विभाग ने यहां के कई जिलों के लिए चेतावनी भी जारी की थी। विभाग की मानें तो कर्नाटक के तटीय कर्नाटक के उत्तरी हिस्से में सबसे ज्यादा वर्षा होने की संभावना है। वहीं, दक्षिणी हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है लेकिन, कई इलाकों का मौसम साफ व शुष्क भी रह सकता है।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। हालांकि, विभाग ने यह भी बताया है कि मराठवाड़ा के दक्षिणी हिस्सों और विदर्भ के ज्यादातर हिस्सों में बारिश गतिविधियां नहीं देखने को मिल सकती है। इन क्षेत्रों में हल्की वर्षा से ज्यादा की उम्मीद नहीं है। वहीं, महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में भी हल्की सी मध्यम वर्षा होने की संभावना बनी हुई है।
दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश से मंगलवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है। शहर में पिछले 13 दिन से बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग के सफदरजंग केंद्र ने आठ सिंतबर को आखिरी बार बारिश दर्ज की थी। इस महीने में दिल्ली में केवल तीन दिन ही बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से आद्रर्ता और गर्मी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को हल्की बारिश से तापमान में कमी की संभावना जतायी है।
महाराष्ट्र के मुंबई समेत उत्तरी कोंकण गोवा में आज भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य में कई स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है। मध्य महाराष्ट्र के पुणे, सांगली सातारा समेत अन्य हिस्सों में भारी वर्षा होगी। इसके अलावा मराठवाड़ा में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र के मुंबई समेत उत्तरी कोंकण गोवा में आज भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य में कई स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है...मध्य महाराष्ट्र के पुणे, सांगली सातारा समेत अन्य हिस्सों में भारी वर्षा होगी।
गुजरात के दक्षिणी हिस्से में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटे के दौरान सौराष्ट्र के तटीय इलाकों और दक्षिणी पूर्वी हिस्सों में अच्छी वर्षा देखने को मिल सकती है।
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट की मानें तो मध्य प्रदेश में अगले 24 से 48 घंटों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय होने वाला है। जिसका प्रभाव राज्य के हर जिले में देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट की मानें तो इस दौरान व्यापक वर्षा मध्यप्रदेश में देखने को मिलेगी। इस दौरान जबलपुर, सागर, सतना, पन्ना, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, धार समेत अन्य सभी भागों में वर्षा होने के आसार है। हालांकि, इस दौरान राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में ज्यादा वर्षा की संभावना नहीं दिख रही है।
देशभर के कई हिस्सों में एकबार फिर बारिश गतिविधियां बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि आज महाराष्ट्र, कोकण गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र में भीषण बारिश की संभावना है। साथ ही साथ इस दौरान मराठवाडा, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिणी गुजरात, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी कई स्थानों पर वर्षा दर्ज की जा सकती है। वहीं, विभाग ने झारखंड, बंगाल समेत पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी मध्यम से तेज मानसूनी वर्षा होने की संभावना जतायी है।
बंगाल में भी पिछले कुछ दिनों से अच्छी वर्षा हो रही है। लेकिन मौसम विभाग की मानें तो यहां के कई हिस्सों में आज से वर्षा में कमी देखने को मिल सकती है। कुछ इलाकों में यहां पर मौसम शुष्क औश्र साफ बने रहने की भी संभावना है।
आपको बता दें कि कम-दबाव का क्षेत्र अब उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और इससे सटे उत्तर तटीय ओडिशा पर बना हुआ है। हालांकि, धीरे-धीरे यह खीसक रहा है। फिलहाल, मौसम विभाग ने कहा कि अगले 2-3 दिनों में कम दबाव क्षेत्र के पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से राजधानी भुवनेश्वर सहित अन्य जिलों में भारी वर्षा हुई है और आगे भी होगी।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बने होने के कारण सोमवार को ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गयी है। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले दो दिन राज्य में इससे भी ज्यादा वर्षा होने का अनुमान है। मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने परामर्श जारी करते हुए कहा है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी संभावित जल-जमाव, बाढ़ और भूस्खलन के लिए तैयार रहें।