राष्ट्रीय राजधानी में ठंडी हवाएं बहने के साथ ही सोमवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं तेज हवाओं की वजह से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ और यह ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। रविवार को शहर में अधिकतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे था। न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज हो सकती है क्योंकि बर्फीले पश्चिमी हिमालय से मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं।
रविवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई थी लेकिन सोमवार सुबह इसमें सुधार हुआ और यह ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह 10 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सचूकांक (एक्यूआई) 169 दर्ज किया गया। वहीं रविवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 305 और शनिवार को 356 रहा।
देश के अधिकांश इलाकों में मौसमी हलचल अब कम होने वाली है। आगामी 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में तापमान बढ़ सकता है। उत्तर भारत पर बना पश्चिमी विक्षोभ अब लद्दाख और इससे सटे भागों से भी आगे निकल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर विकसित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी अब कमजोर हो जाएगा।
अरब सागर के मध्य भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र पहले की तरह ही बना हुआ है। इसके साथ ही लगभग 3 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है। पूर्वी बांग्लादेश और इससे सटे त्रिपुरा पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं हल्की बारिश के चलते दिल्ली-एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर पर पहुंचा गया है। वहीं, एनसीआर में शामिल गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी हवा गंभीर श्रेणी से निकलकर खराब श्रेणी में आ गई।
अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, मोगा, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, पानीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, मुरादाबाद, चूरू, गंगानगर, जयपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनू समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से फिर नीचे चला जाएगा और इनमें कई इलाके ऐसे होंगे जहां पर शीतलहर जैसे हालात भी अगले 24 से 48 घंटे में बन सकते हैं।
पंजाब के फरीदकोट में सोमवार को तापमान में भारी गिरावट देखी गई। आज अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया। इससे पहले रविवार को यह 13.5 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया था। न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो यह 9 डिग्री सेल्सियश रहा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान में और भी गिरावट देखी जा सकती है। दरअसला पहाड़ों से मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं जिसके चलते तापमान में गिरावट की उम्मीद की जा रही है। इससे पहले रविवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बता दें कि आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने बताया कि आज अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।
झारखंड के कई इलाकों में आज बारिश के आसार हैं। इससे ठंड और बढ़ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 14 और 15 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। इससे पहले रविवार को भी राजधानी रांची समेत कई शहरों में बूंदाबांदी हुई। न्यूनतम तापमान में वृद्धि की संभावनाओं की बीच अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। आसमान में दिनभर बादल छाए रहेंगे।
अरब सागर में कम दबाव के भाग में ठंड के दिनों में बादल छाये रहने के कारण बारिश की संभावना बनी हुई है। मुंबई और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों समेत कोंकण क्षेत्र में बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक राज्य के अधिकांश इलाकों में बादल छाये रहेंगे। सोमवार सुबह से ही मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, पालघर, धुले, नंदुरबार, जलगांव, नासिक, अहमदनगर, पुणे, कोल्हापुर, सांगली, सतारा और रायगढ़ जिलों में हल्की बारिश का क्रम जारी है।
अरब सागर के मध्य भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र पहले की तरह ही बना हुआ है। इसके साथ ही लगभग 3 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है। पूर्वी बांग्लादेश और इससे सटे त्रिपुरा पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं हल्की बारिश के चलते दिल्ली-एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर पर पहुंचा गया है। वहीं, एनसीआर में शामिल गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी हवा गंभीर श्रेणी से निकलकर खराब श्रेणी में आ गई।
महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, पालघर और रायगढ़ में बीते रात शुरु हुई बारिश का क्रम अभी भी जारी है। बीते 3-4 घंटों के दौरान यहां मध्यम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार कोंकण इलाके में भी बादल छाये हुए है। मुंबई मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3-4 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की उम्मीद है।
अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, मोगा, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, पानीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, मुरादाबाद, चूरू, गंगानगर, जयपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनू समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से फिर नीचे चला जाएगा और इनमें कई इलाके ऐसे होंगे जहां पर शीतलहर जैसे हालात भी अगले 24 से 48 घंटे में बन सकते हैं।
भारी हिमपात से बंद हुआ मनाली-केलंग मार्ग पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने बहाल कर फोर व्हील ड्राइव वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी। मौसम साफ रहा तो यह मार्ग सभी वाहनों के लिए बहाल कर दिया जाएगा। वहीं संगठन ने केलंग से सिस्सु, दारचा और उदयपुर सड़क भी बहाल कर दी है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को मौसम ने फिर से करवट बदल ली। सुबह प्रदेश कुछ भागों में बादल छाए दिखे। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार 19 दिसंबर तक मौसम के साफ रहने की संभावना है। लेकिन सुबह बादल व धुंध छाने से ठंड में और इजाफा हुआ है।
मुजफ्फरपुर में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। आज सुबह में भारी कुहासा रहा। इससे जनजीवन पर असर पड़ा। एनएच पर वाहनों की रफ्तार कम हो गई। वहीं ठंड में भी वृद्धि हुई है। हालांकि, दोपहर में धूप निकलेगी।
लंबे अंतराल के बाद बिहार की राजधानी पटना में सोमवार की सुबह अच्छी धूप निकली। जिसके बाद पार्कों में काफी रौनक देखी जा रही है। बच्चों के साथ बड़े भी पार्क एवं मैदानों में चहलकदमी करते नजर आ रहे हैं। सुबह छह बजे के बाद से ही सूरज की किरणें धरातल तक पहुंचने लगी थीं। धूप निकलने से वातावरण में गर्मी भी देखी गई। मौसम में सुधार का असर शहर की सड़कों पर भी देखा गया।
सफर के अनुसार, रविवार को मौसम ने प्रदूषण को कम करने में साथ दिया है। दिन में हवा की मध्यम चाल होने और वेंटिलेशन इंडेक्स के बेहतर होने की वजह से प्रदूषक तत्वों को घटाने में मदद मिली है। यही वजह रही कि पिछले 24 घंटे में प्रदूषक तत्वों में शामिल पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में गिरावट आई है। पीएम 10 का स्तर 258 और पीएम 2.5 का स्तर 153 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। बीते दिन के मुकाबले प्रदूषण के स्तर में गिरावट हुई है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर पर पहुंचा गया है। वहीं, एनसीआर में शामिल गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी हवा गंभीर श्रेणी से निकलकर खराब श्रेणी में आ गई।
बर्फबारी के बाद ठंड अपना रंग दिखाने लगी है। लेह में न्यूनतम तापमान माइनस 12.2 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा। लेह में शनिवार की रात सबसे ठंडी रही। वहीं कारगिल का न्यूनतम तापमान माइनस 12.6 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है।
साल 2021 की जनवरी में 12 कोल्ड डे का प्रकोप रहेगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जनवरी में 12 दिन अधिकतम तापमान 16 डिग्री से कम रह सकता है। पांच दिन तक शीतलहर और 14 दिन घना कोहरा पड़ सकता है। साल की शुरुआत में ही कुछ जगह बारिश के आसार हैं। ऐसे में बुजुर्ग, बच्चों व सांस के रोगियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। 16 डिग्री से कम तापमान इसलिए घातक है कि दिन के समय समय अधिकतर लोग घरों से बाहर होते हैं। ऐसे में लोगों के ठंड से प्रभावित होने का खतरा अधिक है।
जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी के चलते शीतलहर की स्थिति है। वहीं पहाड़ों में बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के मैदानी राज्य भी जबर्दस्त ठंड की चपेट में हैं। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दो तीन दिनों में देश के कई भागो में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस गिर सकता है। रविवार को दिल्ली पूरी तरह घने कोहरे के आगोश में रही। इसके चलते दृश्यता काफी कम रही और आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
दिल्ली के कई हिस्सों में रविवार को घना कोहरा छाए रहने से दृश्यता कम हो गई जिससे यातायात प्रभावित हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को हुई बारिश की वजह से हवा में नमी बढ़ी, जिससे दिल्ली के कई हिस्सों में ‘घना’ कोहरा छाया रहा। आईएमडी ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला ने सुबह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और कम उंचाई वाले बादलों के साथ-साथ उत्तर-पश्चिमी इलाकों में पिछले दो दिन से घना कोहरा होने के कारण राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में आसमान के साफ होने और कोहरा कम होने पर अधिकतम तापमान में बढोत्तरी होगी लेकिन रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि अरब सागर में बनी चक्रवाती स्थिति के कारण मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिनों से हल्की बारिश जारी है। उन्होंने कहा कि भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, शाजापुर, राजगढ़ एवं उज्जैन सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश के कई इलाकों में रविवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई। साहा ने बताया कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार सुबह 10 बजे तक दृश्यता 300 मीटर तक थी। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर और जबलपुर, शहडोल, रीवा, ग्वालियर एवं सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हुई।
राजस्थान के अधिकतर स्थानों पर रविवार को अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और कम उंचाई वाले बादलों के साथ-साथ उत्तर—पश्चिमी इलाकों में पिछले दो दिन से घना कोहरा होने के कारण राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में आसमान के साफ होने और कोहरा कम होने पर अधिकतम तापमान में बढोत्तरी होगी लेकिन रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में हुई ताजा बर्फबारी के बाद राज्य में भी शीत लहर की स्थिति बन रही है। राज्य के कोठी और गोंडला में 30-30 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई, इसके बाद केलोंग में 12 सेंटीमीटर, मनाली में 12 सेंटीमीटर, कल्पा में 7.5 और डलहौजी में चार सेंटीमीटर बर्फबारी हुई।
पश्चिमी मध्यप्रदेश में रविवार सुबह कोहरा छाया रहा वहीं राज्य के कई भागों में रुक-रुक कर हल्की बारिश जारी रही। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि अरब सागर में बनी चक्रवाती स्थिति के कारण मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिनों से हल्की बारिश जारी है। उन्होंने कहा कि भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, शाजापुर, राजगढ़ एवं उज्जैन सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश के कई इलाकों में रविवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई।
लोगों को आने वाले दिनों में कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती क्षेत्र कमजोर होने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट होने के साथ ही हवा की गति 9-10 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना है। रविवार सुबह से ही कोहरा छाया रहा और दिनभर बदली रही।अरब सागर के मध्य पूर्वी क्षेत्र में निम्न दबाव विकसित होने के कारण गत सप्ताह मौसम में परिवर्तन हुआ था।
हरियाणा में, अंबाला और करनाल में न्यूनतम तापमान क्रमश: 11.1 और 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भिवानी और नारनौल में रात में मौसम काफी ठंडा रहा और न्यूनतम तापमान क्रमश: 6.7 डिग्री और 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग ने कहा कि पंजाब में, अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान क्रमश: 8.3, 10.5 और 11.3 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं बठिंडा में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में रविवार को कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अमृतसर, लुधियाना, बठिंडा, पठानकोट और भिवानी समेत कई स्थानों पर सुबह कोहरे की मोटी चादर छाई रही। अधिकतर स्थानों पर रात का तापमान सामान्य के करीब रहा। विभाग ने बताया कि चंडीगढ़ में 13 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
शनिवार-रविवार की बारिश ने भोपाल के मौसम का मिजाज बदल दिया है। शहर में ठंड ने दस्तक दे दी है। कोहरे और बारिश ने रविवार सुबह से ही राजधानी को अपनी आगोश में ले लिया। कोहरा इतना घना था कि सुबह 10 बजे तक सबसे कम विजिबिलिटी सिर्फ 300 मीटर तक ही रह गई थी। दिन का तापमान सीजन में पहली बार 22 डिग्री से नीचे आने के कारण लोगों को ठंड लगने लगी।
बिहार में 14 और 15 दिसंबर को बारिश के आसार बन रहे हैं। इसी तरह लखनऊ स्थित मौसम केंद्र की ओर से बताया गया कि अगले तीन घंटे में बारिश/गर्जना और बिजली चमक सकती है। ऐसा गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मुरादाबाद, संभल, बदायूं, रामपुर और आसपास के जिले में भी हो सकता है।
देश में अचानक मौसम में बदलाव आया है। पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है, वहीं पिछले चौबीस घंटे में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश देखने को मिली। इससे एक दिन के अंदर ही कई जगहों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा में अगले 72 घंटे के अंदर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
दिल्ली के कई हिस्सों में रविवार को घना कोहरा छाए रहने से दृश्यता कम हो गई जिससे यातायात प्रभावित हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को हुई बारिश की वजह से हवा में नमी बढ़ी, जिससे दिल्ली के कई हिस्सों में ‘घना’ कोहरा छाया रहा। आईएमडी ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला ने सुबह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ पालम मौसम केन्द्र में घने कोहरे से दृश्यता 100 मीटर रह गई।’’ उन्होंने बताया कि अगले दो दिन में ‘मध्यम से घना कोहरा’ छाए रहने का अनुमान है।
बिहार में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। पटना में एक दिन पहले बादलों की वजह से कोहरे में कुछ कमी नजर आई, लेकिन रविवार को एक बार राजधानी में घना कोहरा देखने को मिला। कई और इलाकों में कोहरे से आम-जनजीवन प्रभावित नजर आया। इस दौरान बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे।
देश के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी से मौसम का मिजाज बदल गया है। मौसम विभाग ने बताया कि तीन दिनों तक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इधर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी हुई है।
दिल्ली में शनिवार सुबह बारिश के बाद न्यूनतम तापमान 11.33 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम तापमान 25.08 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा छाया हुआ है। इसके चलते लोगों को खासकर वाहन चालकों को दिक्कत पेश आ रही है। कई इलाकों में विजिबिलिटी 100 से भी कम हो गई है। घने कोहरे के चलते दिल्ली के साथ गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पलवल, रेवाड़ी के साथ नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वाहन चालक सड़कों पर धीमी गति चल रहे हैं। लोग सड़कों पर अपनी सुरक्षा के मद्देनजर फॉग लाइट जलाकर सफर कर रहे हैं।
कई शहरों की हवा अभी भी खतरनाक बनी हुई है उनका समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 400 के पार बना हुआ है। गाजियाबाद का एक्यूआइ 415, ग्रेटर नोएडा 404, कानपुर 404, बुलंदशहर 402, बागपत 402 दर्ज किया गया है।
बारिश होने से वायु प्रदूषण से फौरी राहत मिली है। दिल्ली सहित एनसीआर की हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला। हालांकि यह अभी भी ‘बहुत खराब’ व ‘खराब’ दर्जे के बीच बनी हुई है। दिल्ली सहित 11 शहरों की हवा बहुत खराब और गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर, बागपत व कानपुर की हवा अभी भी खतरनाक स्तर तक प्रदूषित है।
पश्चिमी विक्षोभ से आए बादलों के कारण तापमान में अपेक्षित कमी नहीं आई है। इसके बावजूद बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में अच्छी गिरावट आई। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बादलों के हटते ही 16 दिसंबर के आसपास ठंड कहर बरपाने लगेगी।
पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते उत्तराखंड में भी मौसम ने करवट बदली है। इसके अलावा कहीं-कहीं आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में अच्छी बर्फबारी देखने को मिली, लेकिन इसके बाद मौसम शुष्क बना हुआ है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में औसतन तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है।
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मौसम शुष्क लेकिन ठंडा नजर आ रहा है और ज्यादातर स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया
कश्मीर के कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे: जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलों का आना-जाना जारी है। इसके चलते अभी श्रीनगर, काजीकुंड, कोकरनाग समेत कई जगहों पर तापमान पहले से कम सर्द बना है। हालांकि, पहलगाम और गुलमर्ग का रात का तामपान शून्य से नीचे रहा। लेह की रात सबसे ठंडी रही। यहां न्यूनतम तापमान लुढ़क कर -10.0 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।
झारखंड में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। मौसम के जानकारों के मुताबिक, रविवार को रांची समेत झारखंड के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबादी के आसार हैं। 17 दिसंबर तक मौसम के इसी तरह बने रहने के आसार हैं। बादल छंटने के बाद ठंड में अचानक तेजी भी आएगी। बताया गया है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी होगी। कुछ इलाकों में इसकी शुरुआत हो भी गई है। अगले दो से तीन दिनों में इसका प्रभाव झारखंड और बिहार में देखने को मिलेगा। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवा यहां ठंड बढ़ाएगी।