Weather Forecast Today HIGHLIGHTS: महाराष्ट्र में बारिश से बुरा हाल है। खराब मौसम के चलते कोंकण क्षेत्र में तो लगातार बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस बीच सामने आया है कि राज्य के रायगढ़ जिले में भूस्खलनों से अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा हजारों लोग जहां-तहां फंस गए हैं। इन लोगों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं की मदद ली जा रही है।
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के वर्षा ग्रस्त छह जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए “अत्यधिक बारिश” का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए एहतियाती उपायों की अनुशंसा की है। अगले 24 घंटों के लिये तटीय कोंकण इलाके में रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के मुताबिक, 24 घंटे के अंदर 204.4 मिलीमीटर बारिश को बेहद भारी बारिश माना जाता है। पूर्वानुमान में रत्नागिरी और सतारा के लिए शनिवार को भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार के बाद से बारिश की तीव्रता में काफी कमी आएगी।
बताया गया है कि यह मौतें एक दिन पहले एक के बाद एक भूस्खलन की घटनाओं में हुईं। जहां 32 शव एक ही जगह पर मिले, वहीं चार अन्य लोगों के शव दूसरी लोकेशन से निकाले गए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों से बात कर लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की बात कही है।
अधिकारियों के मुताबिक, रायगढ़ जिले में भारी बारिश की वजह से नदियां उफना गई हैं और जिले के कई कस्बों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। कुंडलिका और सावित्री नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और इससे क्रमश: रोहा और महाड के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। वहीं, उल्हास नदी का पानी सुबह में कर्जत शहर में घुस आया। रायगढ़ के कलेक्टर ने नदियों, छोटी नदियों और तटों के निकट रहनेवाले वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की है। खोपोली के सिद्धार्थनगर और प्रज्ञानगर से 53 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
उधर दिल्ली में शुक्रवार की सुबह की शुरुआत नम मौसम के साथ हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री डिग्री सेल्सियस कम 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 84 प्रतिशत दर्ज किया गया। मौसम कार्यालय ने हल्की बारिश या गरज के साथ छीटें पड़ने के साथ आंशिक तौर पर बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बीते 24 घंटे में भारी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई, आठ स्थानों पर भूस्खलन हुआ और करीब नौ हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सरकार ने सात जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शुक्रवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ बाढ़ संबंधी हालात का जायजा लिया और सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों और विधायकों को अपने क्षेत्रों में राहत कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आयुक्त डॉ. मनोज राजन ने बताया कि बीते कुछ दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण बेलगावी, चिकमंगलुरु, धारवाड़, हावेरी, शिवमोगा और उत्तर कन्नड़ में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में बारिश का कहर झेल रहे चिपलुन शहर में कोंकण रेलवे (केआर) लाइन पर क्षतिग्रस्त एक पटरी की मरम्मत के बाद रेल यातायात शाम तक बहाल हो सकता है। केआर के मुख्य प्रवक्ता एल के वर्मा ने बताया कि मूसलाधार बारिश और उसके बाद बाढ़ आने से चिपलुन और कामथे सेक्शन के बीच कई जगहों पर रेल की पटरियों के नीचे के रोड़े तथा तटबंध बह गए हैं। केआर ने वशिष्ठी नदी के खतरे के निशान से ऊपर बहने के बाद एतहियाती कदम के तौर पर बृहस्पतिवार तड़के से चिपलुन और कामथे सेक्शन के बीच यातायात रोक दिया था। इसके बाद विभिन्न स्टेशनों पर कई ट्रेनों को रोका गया।
मध्यप्रदेश के कई शहरों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। कई शहरों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। इसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, विदिशा, रायसेन, सीहोर, मंडला, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर,छिंदवाड़ा जिले में अति से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश में अभी औसत से 16% बारिश कम हुई है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, और नैनीताल में अगले 24 घंटों में तेज बारिश और राजधानी देहरादून व आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। वहीं, श्रीनगर के चमधार में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार को फिर नौ घंटे के लिए अवरुद्ध हो गया था, जिसे दोपहर बाद यातायात के लिए खोल दिया गया। बता दें कि गुरुवार को भी यहां मार्ग 10 घंटे बाधित रहा था। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी गंगतल में मलबा आने से बंद है। चंपावत-टनकपुर हाईवे शुक्रवार सुबह 9:30 बजे यातायात के लिए खोल दिया गया है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र के घाट इलाकों में कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश होने की “काफी संभावना” है। उन्होंने बताया कि “काफी संभावना” से आशय 51 से 75 फीसद संभावना से है। उन्होंने कहा कि सतारा के लिये पूर्वानुमान “सर्वाधिक संभावना” के दायरे में है, जिसका आशय है कि बारिश होने की उम्मीद 75 प्रतिशत से ज्यादा है।
बंगाल की खाड़ी व आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनने से राजस्थान में पहले धीमा पड़ा मानसून अब चार दिन तक सक्रिय रहेगा। मौसम विभाग ने कोटा, उदयपुर, अजमेर और जोधपुर संभाग के कुछ इलाकों में भारी से अति भारी बारिश के लिए अलर्ट किया है। उधर, शनिवार और रविवार को कोटा, अजमेर, उदयपुर और जोधपुर संभाग में शनिवार और रविवार को भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। प्रदेश के अन्य संभाग में मध्यम दर्जे की बारिश होगी। कुल मिलाकर चार दिन तक पूरे राजस्थान में बारिश की मेहरबानी रहेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शुक्रवार को बात की और रायगढ़ में भारी बारिश एवं भूस्खलन के बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली, जिसमें कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है। शाह ने कहा कि केंद्र, महाराष्ट्र सरकार को राज्य में उत्पन्न स्थिति से निपटने में हर संभव मदद कर रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय के महानिदेशक (डीजी) से बात की है।
महाराष्ट्र के महाबलेश्वर और सतारा जिले के नवाजा में पिछले दो दिनों में हुई अत्यधिक भारी बारिश से राज्य के निकटवर्ती तटीय क्षेत्रों में जलभराव हो गया। कोंकण क्षेत्र के इन दो जिलों में कई स्थान पानी में डूबे हुए हैं। प्रशासन वहां फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कदम उठा रहा है। पुणे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक के एस होसलिकर ने कहा कि सतारा में लोकप्रिय पर्वतीय क्षेत्र महाबलेश्वर में 22 जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे से 23 जुलाई को देर रात एक बजे तक, करीब 17 घंटों में 483 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र में लगातार बारिश के कारण हालात खऱाब हुए हैं। यहां रायगढ़ में भूस्खलन की वजह से 36 की मौत हो गई। बताया गया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना के बाद राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे से बात की और उन्हें हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया।
तेलंगाना में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और सड़क संपर्क प्रभावित रहा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्मल तथा अन्य जिलों में राहत अभियान शुरू किया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने निजामाबाद जिले के एक आश्रम में फंसे सात लोगों के समूह को बचाया। उन्होंने बताया कि राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने अभियान की निगरानी की। आश्रम में फंसे लोगों को शुक्रवार तड़के बचाया गया।