Weather forecast Today India Updates: दक्षिण पश्चिम मानसून 2019 अब अपने आखिरी दौर में पहुंच चुका है और अगले 24 घंटों में ये पूरे भारत को अलविदा कह सकता है। अब दक्षिणी भारत को उत्तरी पश्चिमी मानसून का इंतजार रहेगा। फिलहाल दक्षिण भारत में बारिश हो रही है लेकिन अगले कुछ घंटों में बारिश और बढ़ने वाली है क्योंकि उत्तरी-पूर्वी यानी मिनी मानसून दस्तक दे सकता है। इसी बीच लक्ष्यदीप पर एक चक्रवाती हवाओं का अक्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से उम्मीद है कि केरल, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक के साथ, तमिलनाडु के आंतरिक भागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज होगी। कर्नाटक के बाकी हिस्सों के साथ आंध्र प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बौछारे देखने को मिलेंगी।
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक चेन्नई, हैदराबाद, तेलंगाना और तटीय तमिलनाडु के भागों में बारिश की गतिविधियां अपेक्षाकृत कम देखने को मिलेंगी। इसी बीच दिल्ली और आसपास के शहरों में वायु गणवत्ता ‘बहुत खराब’ होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में जनरेटरों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि जरूरी और आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को द्वारका सेक्टर 8 में 359, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिर्विसटी में 343, मुंडका में 342 रोहिणी में 319, आनंद विहार में 313 और बवाना में 370 रहा।।
मौसम विभाग के पहाड़ी राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है। पूर्वांचल के पहाड़ी क्षेत्रों में कोहरा भी शुरू हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि कुछ इलाकों में बारिश के चलते ठंड बढ़ सकती है।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक यह देश का सबसे तेज मॉनसून की वापसी है, जिसने इतिहास में वापसी का रिकॉर्ड बनाया है। निकासी की प्रक्रिया में 45 दिन लगते हैं, जो इस बार केवल 10 दिनों में पूरा हो गया।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को कर्नाटक के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी, लक्ष्यद्वीप और केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में हल्का मानसून सक्रिय हो सकता है, जिसकी वजह से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। मुंबई और पश्चिम बंगाल में बारिश के आसार नहीं हैं। राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। बारिश होने के फिलहाल कोई आसार नहीं हैं।
हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। हिमाचल में 17 अक्तूबर से दोबारा बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 16 अक्तूबर तक प्रदेश भर में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जताया है। सोमवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में धूप निकली हुई है और आसमान थोड़ा सा चमकीला नजर आ रहा है। अन्य राज्यों में जल रही पराली की वजह से मौसम में बदलाव आ गया है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसकी वजह से लोगों को आने वाले दिनों में सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
हरियाणा, पंजाब और नजदीकी सीमावर्ती क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाएं बीते 24 घंटे में बढ़ी हैं। इस बीच, दिल्ली सरकार ने केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री को पत्र लिखकर सफर की तकनीकी विशेषज्ञता को साझा करने का आग्रह किया है, ताकि शहर प्रशासन वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तत्काल सुधारात्मक उपाय कर सके। हर्षवर्धन को लिखे पत्र में, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने जोर देकर कहा कि नवंबर के दौरान दिल्ली में पीएम 2.5 के उच्च स्तर पर होता है, इसकी वजह दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना है।
जनरेटर पर प्रतिबंध ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का एक हिस्सा है। जीआरएपी मंगलवार से लागू हो गया है। इसके तहत प्रदूषण की गंभीरता के अनुसार कठोर प्रदूषण-विरोधी उपायों जाएंगे। यह पहली बार है जब एनसीआर के शहरों गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत और बहादुरगढ़ तक में जनरेटरों पर प्रतिबंध लगाया गया है। केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली और अनुसंधान (सफर) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता ‘खराब श्रेणी’ के अंतिम हिस्से में है। यह सोमवार रात को थोड़े वक्त के लिए ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हवा धीमी चल रही है और उसकी दिशा ऐसी नहीं है कि वह धुएं को दिल्ली की ओर ले आए। इसलिए अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता बहुत खराब होने की आशंका नहीं है।