Omar Abdullah on Indus Water Treaty: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं रहे हैं। सीएम ने संधि को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे अनफेयर डॉक्यूमेंट बताया।
मीडिया से बातचीत करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘भारत सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं रहे हैं। हमारा हमेशा से मानना रहा है कि सिंधु जल संधि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे अनफेयर डॉक्यूमेंट है।’ देश भर में कश्मीरियों की सुरक्षा पर बोलते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गृह मंत्री ने उन्हें भरोसा दिया है कि इस सबंध में गृह मंत्रालय एक एडवाइजरी जारी करेगा और केंद्रीय मंत्री इस संबंध में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
टूरिज्म सेक्टर के नुकसान पर क्या बोले मुख्यमंत्री
22 अप्रैल को हुए हमले से लोकल टूरिज्म सेक्टर को हुए भारी नुकसान के बारे में सवाल किए जाने पर मुख्यमंत्री ने वित्तीय नुकसान की चिंता को यह कहते हुए टाल दिया, ‘इस समय हम रुपये या पैसे नहीं गिन रहे हैं। बैठक में शामिल हुए टूरिज्म इंडस्ट्री के किसी भी कारोबारी या हिस्सेदार ने कारोबार के नुकसान पर दुख नहीं जताया। उनमें से किसी ने भी इस बारे में चिंता नहीं जताई कि उनका क्या होगा।’
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शोक संतप्त लोगों के साथ एकजुटता – उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा, ‘फिलहाल हमारी प्राथमिकता शोक संतप्त लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘भविष्य में किसी समय हम जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर (हमले के) वित्तीय प्रभावों पर चर्चा करने के लिए बैठ सकते हैं। लेकिन बैठक में मौजूद एक भी स्टेकहोल्डर्स ने अपने नुकसान के लिए मॉनिटरी रिलीफ की मांग नहीं की।’
इससे पहले शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में अपने आवास पर सिंधु जल संधि पर अहम बैठक की। बैठक में जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, विदेश मंत्रालय के सचिव एस जयशंकर और अन्य अहम लोग शामिल हुए। जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबाश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तजा को एक आधिकारिक पत्र के जरिये भारत सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के बारे में जानकारी दी थी। आतंक के आकाओं के बम से उड़ाए जा रहे घर