Priyanka Gandhi in Wayanad: केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर आज हो रहे उपचुनाव में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है, जो शाम 5 बजे तक जारी रहेगा। इस चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कर रही हैं, जो उनके और कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस सीट पर प्रियंका का सीधा मुकाबला बीजेपी की नव्या हरिदास और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के सत्यन मोकेरी से है। हालांकि, चुनावी जानकारों का मानना है कि मुकाबला मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। बीजेपी से उनको कड़ी टक्कर मिल रही है।
राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से यह सीट खाली हुई थी
यह उपचुनाव राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से हो रहा है। राहुल गांधी 2019 के बाद 2024 में भी वायनाड से जीते हैं। इसके साथ ही वह इस बार रायबरेली सीट से भी चुनाव जीते थे। इस बार उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी और रायबरेली को चुना। यूडीएफ का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा बनाए रखने के लिए प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा गया है। यह सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हो गई, जिससे कांग्रेस की इस गढ़ पर पकड़ को बनाए रखना एक चुनौती बन गई है।
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वायनाड लोकसभा क्षेत्र के लगभग 14 लाख मतदाता इस चुनाव में अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं और कुल 16 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। यहां से प्रियंका गांधी का चुनाव लड़ना कांग्रेस के लिए खास मायने रखता है क्योंकि इस जीत से पार्टी को संसद में एक मजबूत नेता मिल सकता है जो उनकी आवाज को और प्रभावशाली बना सके। साथ ही, इस चुनाव में प्रियंका गांधी की जीत से उनके राजनीतिक करियर को भी एक नई दिशा मिलेगी और उनकी छवि को जनता के बीच और अधिक मजबूत किया जा सकेगा। इस उपचुनाव के साथ ही केरल के चेलक्कारा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है।
प्रियंका गांधी ने उपचुनाव में मतदाताओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मतदान करना संविधान द्वारा दिया गया सबसे बड़ा अधिकार है, जिसका सही उपयोग करना हर मतदाता का कर्तव्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वायनाड के लोग उन्हें दिए गए प्रेम और स्नेह का बदला चुकाने का अवसर देंगे और वह उनके लिए काम कर सकेंगी। प्रियंका गांधी ने अपने संदेश में कहा, “मुझे उम्मीद है कि हर कोई अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेगा और मतदान करेगा। यह संविधान द्वारा प्रदत्त सबसे बड़ी ताकत है और इसे अच्छे से उपयोग में लाना चाहिए।”
इस चुनाव में कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती है कि वह इस सीट को बनाए रखे, जो राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद महत्वपूर्ण हो गई है। इस उपचुनाव के नतीजे न केवल कांग्रेस बल्कि प्रियंका गांधी के राजनीतिक भविष्य के लिए भी निर्णायक हो सकते हैं। अगर प्रियंका यहां से जीतती हैं, तो यह कांग्रेस के लिए लोकसभा में एक मजबूत नेता देने का अवसर होगा और वायनाड में कांग्रेस की पकड़ और मजबूत होगी।