New Parliament Building: देश की नई संसद में बारिश का पानी आने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि ‘बाहर पेपर लीकेज, संसद में वाटर लीकेज। राष्ट्रपति की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली संसद की लॉबी में पानी का लीकेज चौंकाने वाला है। संसद के नए भवन में ऐसा होना मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। ये पूरा घटनाक्रम इसका निर्माण पूरा होने के महज एक साल बाद ही सामने आई है। कांग्रेस सांसद ने इसे गंभीर मुद्दा बताया है और इस संबंध में लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
दिल्ली में बुधवार को हुई भारी बारिश के दौरान नई संसद के अंदर चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई। पार्लियामेंट कैंपस में जहां से सांसदों की आवाजाही होती है वहां गेट पर जलभराव की तस्वीरें सामने आई। यही नहीं नई संसद की लॉबी में छत से पानी टपकने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर छाई नजर आई। ऐसे में सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसके निर्माण कार्य को लेकर सवाल खड़े किए। एक यूजर ने लिखा कि आपको पता है नई वाली संसद 1,200 करोड़ में बनी है। एक तरह से यूजर्स पार्लियामेंट की नई बिल्डिंग बनने के एक साल बाद ही पानी टपकने पर सवाल खड़े किए।
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है, जो कि निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही सामने आई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया।’
समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।’
अखिलेश ने आगे कहा कि जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर…
बता दें, दिल्ली के लिए बारिश एक बार फिर आफत बनकर सामने आई है। बुधवार शाम से दिल्ली में शुरू हुई बारिश रातभर हुई, जिसके बाद सरिता विहार, दरियागंज, प्रगति मैदान और आईटीओ सहित दिल्ली के कई इलाके तालाब बन गए। इसका असर गुरुवार सुबह भी नजर आया और आज भी दिल्ली के कई इलाकों में सड़कें जलमग्न दिखीं।
गुरुवार सुबह से ही सड़कों पर पानी भारने के कारण गाड़ियां रेंगकर चलती हुई दिखाई दीं। बारिश से हालात खराब होने के चलते आज दिल्ली में स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है। कुछ कॉलेज भी इस दौरान बंद रहेंगे। दिल्ली में देर रात हुई बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई है।
पुलिस के मुताबिक, 22 साल की तनुजा और उनका तीन साल का बेटा प्रियांश गाजीपुर क्षेत्र की खोड़ा कॉलोनी के पास साप्ताहिक बाजार में गए थे। इस दौरान वह फिसल गए और एक नाले में गिर गए। अधिकारी ने कहा कि दोनों को गोताखोरों और क्रेन की मदद से निकाला गया और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा तेज बारिश के बाद हाई टेंशन तार की चपेट में आने से गुरुग्राम में तीन लोगों की मौत हो गई है। घटना बुधवार देर रात 10 बजे की है।