उत्तर प्रदेश में चार लाख रोजगार के दावों को लेकर बेंगलुरु में लगाए गए पोस्टर को लेकर कर्नाटक के एक वकील और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी ट्विटर पर आपस में उलझ गए। पोस्टर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो लगे हुए थे। उस पोस्टर को सोमवार, 12 जुलाई को बेंगलुरु के वकील शिशिरा रुद्रप्पा ने ट्वीट किया और लिखा “कर्नाटक में यूपी चुनाव अभियान शुरू हो गया है।”
उनके द्वारा किये गए ट्वीट के कुछ ही देर बाद उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने तस्वीर को फेक बताया और वकील पर फर्जी खबर चालाने का आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक शिशिर सिंह ने ट्वीट कर डीजीपी और उत्तर प्रदेश साइबर पुलिस को टैग करते हुए दावा किया कि यह तस्वीर ‘फर्जी खबर’ है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ऐसी कोई भी तस्वीर या पोस्टर नहीं लगायी गयी है।
अधिकारी की तरफ से किए गए दावों के बाद वकील ने ट्वीट किया कि मिस्टर शिशिर जी, क्या बात है यह कौन सी फेक न्यूज है? आपने पूरे बेंगलुरु में जो होर्डिंग लगाई है, उसकी तस्वीर मैंने अभी लगाई है, इसे कोई भी देख सकता है! इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने सहयोगी की मदद से एक वीडियो रिकॉर्ड कर के भी अपलोड कर दिया।
Now the hoarding is being removed ! Luckily managed to capture on video by my team! pic.twitter.com/lT5FblMrUw
— Shishira (@shishirar) July 13, 2021
इस दौरान ट्विटर पर लोगों ने वकील पर फेक न्यूज फैलाने का लगातार आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश सरकार के फैक्ट चेकिंग हैंडल ने भी शिशिरा के ट्वीट को “फर्जी खबर” बताते हुए ट्वीट किया।वकील की तरफ से वीडियो शेयर किए जाने के बाद ट्विटर पर कई लोगों ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा,तस्वीर साझा करने के लिए कानूनी कार्रवाई की धमकी देने की बात को गलत बताया।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में चार लाख रोजगार के दावों को करते हुए पोस्टर देश के कई हिस्सों में लगाए गए हैं। दिल्ली में कुछ संगठनों ने उस पोस्टर के ‘फेक न्यूज स्पोटेड’ वाले बैनर लेकर विरोध भी जताया था। बताते चलें कि वकील शिशिरा रुद्रप्पा Bar and Bench के नाम से एक न्यूज पोर्टल के सह संस्थापक भी हैं।