कांग्रेस की ओर से जवाहरलाल नेहरू पर आयोजित कार्यक्रम में नहीं बुलाई गई भाजपा ने सोमवार को विपक्षी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए हैरानी जताई कि जिन्होंने नेहरू की राजनीति को नकार दिया था, वे लोग भी अतिथियों में शामिल हैं।

सम्मेलन में वाम नेताओं और राम मनोहर लोहिया की विचारधारा के हिमायती, पूर्व जनता पार्टी से छिटके समूहों के सदस्यों की मौजूदगी का हवाला देते हुए भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि दोनों समूहों ने देश के पहले प्रधानमंत्री के पूरे जीवन में उनकी नीतियों का विरोध किया।

जेटली ने एक बयान में कहा कि लोहिया नेहरूवादी राजनीति के विरोधी रहे। उन्होंने पंडित जी की राजनीति को उनके जीवनकाल में हमेशा खारिज किया। अनुच्छेद 356 लगाकर केरल में ईएमएस नंबूदरीपाद की अगुवाई में चुनी गई पहली निर्वाचित कम्युनिस्ट सरकार को हटाने से उनके खिलाफ वाम का आक्रोश और भड़क उठा था।उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पंडितजी के समूचे जीवन काल में उनकी राजनीति को खारिज किया, उनकी इस परिचर्चा में हिस्सेदारी है।

कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए जेटली ने पूछा कि क्या अतिथियों की सूची कांग्रेस पार्टी की मौजूदा डूबती किस्मत से प्रभावित है? उन्होंने कहा कि परिचर्चा में कुछ ऐसे लोग शामिल हो रहे हैं, जिन्होंने नेहरू के जीवनकाल में नेहरूवादी राजनीति को खारिज कर दिया।