Vijay Malya Nirav Modi Extradition: भारत में बड़े वित्तीय अपराध करके ब्रिटेन में शरण लेने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी और ललित मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार लगातार ब्रिटेन के संपर्क में है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिटिश क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) की एक टीम ने हाल ही में दिल्ली की तिहाड़ जेल का दौरा किया, जिसमें कैदियों की स्थिति और जेल परिसर के भीतर सुरक्षा का आकलन किया जा सके।

एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश अधिकारी शराब कारोबारी विजय माल्या, हीरा व्यापारी नीरव मोदी और ब्रिटेन स्थित हथियार सलाहकार संजय भंडारी जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के तहत हुई है। ब्रिटिश अदालतों ने हाल ही में प्रत्यर्पण मामलों की सुनवाई के दौरान भारत की जेलों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी।

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ब्रिटिश अधिकारियों ने क्यों किया दौरा?

वहीं एक आधिकारिक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि चार अधिकारियों वाली टीम में ब्रिटिश उच्चायोग के दो अधिकारी शामिल थे। इन्होंने तिहाड़ की जेल नंबर 4 का दौरा किया, जहां उन्होंने उच्च सुरक्षा वाले वार्डों का निरीक्षण किया और कैदियों से बातचीत भी की।

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पहले से तय था अधिकारियों का दौरा

गौरतलब है कि जेल नंबर 4 वह जगह है, जहां पहली बार जेल में बंद कैदियों को रखा जाता है। सूत्रों ने बताया कि यह दौरा पूर्व निर्धारित था, अधिकारी 16 जुलाई को पहुंचे और परिसर में घंटों बिताए। सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने सीपीएस टीम को आश्वासन दिया कि प्रत्यर्पित किए जाने वाले कैदियों की उचित देखभाल की जाएगी।

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इस मामले में एक सूत्र ने बताया कि टीम ने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर इन हाई-प्रोफाइल कैदियों को रखने के लिए एक विशेष एन्क्लेव या बाड़ा बनाया जा सकता है। ये बाड़े हाई-प्रोफाइल कैदियों को अन्य कैदियों से अलग रखने में मदद करेंगे। सूत्र ने बताया कि टीम ने कैदियों की स्थिति पर भी गौर किया।

तिहाड़ जेल में ही हुईं थी आपराधिक घटनाएं

हाल के वर्षों में तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार, हत्याओं और कैदियों द्वारा साथी कैदियों पर हमलों की खबरों ने जेल में कैदियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 2023 में तिहाड़ में दो हाई-प्रोफाइल गैंगस्टर, टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया, प्रतिद्वंद्वी गिरोहों द्वारा मारे गए थे।

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