मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के इंडस्ट्रियल एरिया में एक पार्क की जमीन RSS से जुड़ी संस्था को देने के विरोध में कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने समर्थकों के साथ रविवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। पानी की बौछारों के बीच भी 75 वर्षीय दिग्विजय सिंह का हौंसला नहीं डिगा और वे वहां लगे बैरिकेड्स पर चढ़ने लगे। बैरिकेड्स पर दिग्विजय सिंह के चढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद यूजर्स ने जमकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेसियों को नसीहत भी दी।

दरअसल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के औद्योगिक इलाके भेल में एक पार्क की जमीन आरएसएस से जुड़ी एक संस्था को दे दी गई। रविवार को पार्क की जमीन पर बने संस्था के कार्यालय का भूमिपूजन हुआ। कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने संस्था के कार्यालय के भूमिपूजन का विरोध करने का ऐलान किया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने कार्यक्रम स्थल के पास बैरिकेडिंग कर रखी थी।

रविवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान जैसे ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के साथ कार्य्रकम स्थल की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया। लेकिन दिग्विजय सिंह और उनके समर्थक बैरिकेडिंग पर चढ़ने लगे। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया और जमकर पानी की बौछारें की।

पुलिस के द्वारा की गई पानी की बौछारों के बावजूद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह वहां लगाए गए बैरिकेडिंग पर चढ़ने लगे। इस दौरान भोपाल के डीआईजी इरशाद वली की दिग्विजय सिंह के साथ तीखी बहस भी हुई। पानी की बौछारों के बीच 75 वर्षीय दिग्विजय सिंह के द्वारा बैरिकेड्स पर चढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी।

 

ट्विटर यूजर @Santosh55056578 ने लिखा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के वो सारे नेता जो अपने आपको युवा नेता कहलाने में गर्व महसूस करते हैं उनको दिग्विजय सिंह का यह संघर्ष देखकर चुल्लू भर पानी ढूंढ लेना चाहिए। वहीं रहीम खान नाम के यूजर ने लिखा कि दिग्विजय और उनके सहयोगी साथियों का कांग्रेस के लिए ये संघर्ष हमेशा याद रखा जाएगा। भाजपा ने लोकतंत्र को मजाक बना कर तानाशाही के साथ शासन करने का जो कुचक्र रचा है इसका भी पतन होगा।