उत्तराखंड में कांग्रेस शासित हरीश रावत की सरकार अब संकट के घेरे में हैं। दरअसल, सरकार के 9 विधायकों ने अब बीजेपी पार्टी का समर्थन करना शुरू कर दिया और वे रावत के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। तो दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी हरीश रावत से इस्तीफे की मांग कर उनकी मुश्किल और बढ़ा दी। शुक्रवार की देर शाम कृषि मंत्री हरक सिंह रावत ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत का अब भी यही मानना है कि हमारे सभी विधायक हमारे साथ हैं।

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद भगत सिंह भगत सिंह कोश्यारी ने सरकार पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर है कहां सरकार। यह अल्पमत की सरकार है। कोश्यारी ने कहा कि हम लोग राज्यपाल से मिलकर राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग करने जा रहे हैं।

आपको बता दें कि हरीश रावत की पार्टी में उत्तराखंड में कांग्रेस के कुल 36 विधायक हैं। जिनमें से 2 बीएसपी के एक यूकेडी और तीन निर्दलीयों के विधायक हैं तो बीजेपी के 28 विधायक हैं जिनमें से दो मौजूद नहीं थे।
खबर मिली है कि बीजेपी के दो विधायक मालचंद और भीमलाल हरीश रावत के साथ हैं, ऐसे में रावत सरकार के लिए यह बड़ी राहत है। विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पहले ही कह चुके हैं कि बजट ध्वनिमत से पारित हो चुका है। उनका दावा है कि सरकार पर कोई संकट नहीं है। कानूनी जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के बागी विधायकों पर दल बदल कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है। उस सूरत में रावत सरकार के पास 61 सदस्यीय सदन में आसानी से बहुमत साबित कर देगी।

अब तक रावत की कांग्रेस सरकार को 42 विधायकों का समर्थन हासिल रहा लेकिन 9 बाघी विधायकों के पार्टी से चले जाने से उनके पास 33 विधायक और स्पीकर को मिलाकर 34 हो जाती है।
उत्तराखंड में हरीश रावत की अगुवाई में चल रही कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए जोर कोशिश अब आखिरी चरण में है। सरकार को गिराने के लिए वोटिंग करने वाले 35 विधायक देर रात करीब 2 बजे चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहंचे। दिल्ली पहुंचने वाले 35 विधायकों में कांग्रेस के 9 बागी विधायक और 26 बीजेपी विधायक हैं।

इन 35 विधायकों के साथ सीएम हरीश रावत भी दिल्ली आए हैं। उन्होंने देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर बातचीत में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार बचाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त कर सकते हैं। इसीलिए उन्होंने सभी विपक्षी विधायकों के साथ दिल्ली का रुख किया है।