UP Politics: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। राजभर ने कहा कि जो ताकत हमने पूर्वांचल में सपा को दी, वही ताकत हम उनको पश्चिमी यूपी में भी देना चाहते थे, लेकिन अखिलेश यादव को हम पसंद नहीं आ रहे थे, क्योंकि वो पिछड़ों के इकलौता नेता बनना चाहते हैं। राजभर ने कहा कि हम भी पिछड़ी जाति से आते हैं। यही कारण है कि अखिलेश यादव हमको पचा नहीं पा रहे थे, क्योंकि उनको लगता था कि हम उनको दबाकर आगे बढ़ सकते हैं।
ओम प्रकाश राजभर के इस बयान पर अब सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने जोरदार हमला बोला है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना हर किसी को अच्छा लगता है। ठीक यही हाल ओपी राजभर का है। सपा नेता ने कहा कि राजभर क्या हैं, यह सभी जानते हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी गठबंधन से हटने के बाद ओपी राजभर लगातार बीजेपी सरकार में मंत्री बनने की कोशिश में लगे हैं।
‘बीजेपी राजभर को जल्द मंत्री बना दे’
मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा उनको जल्दी मंत्री बना दे। यह मेरी उनको शुभकामना है, लेकिन वो समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं कि सपा को लेकर वो कोई टिप्पणी करें। वो बीजेपी के नेता हैं, उनको अपनी सलाह भारतीय जनता पार्टी को देनी चाहिए। समाजवादी पार्टी की चिंता न करें।
बीजेपी ने ईस्ट इंडिया कंपनी को पीछे छोड़ दिया: स्वामी प्रसाद मौर्य
मौर्य ने इस दौरान बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा। सपा नेता ने कहा कि बीजेपी के नौ साल के कार्यकाल को देश की जनता ने देख लिया है। महंगाई से लोग परेशान हैं। नौजवान बेरोजगारी की त्रासदी झेल रहा है। रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान पर चढ़ गए हैं। सपा नेता ने कहा कि बीजेपी ने ईस्ट इंडिया कंपनी को भी पीछे छोड़ दिया है। सपा नेता ने आगे कहा कि आजादी के बाद से बीजेपी की यह पहली असफल और निकम्मी सरकार है। जिसने सरकारी विभागों को बेचना शुरू कर दिया। बीजेपी सरकार नहीं चला पा रही, बल्कि सरकारी विभागों को बेच रही है। देश के बंदरगाह और एयरपोर्ट बेच दिए।
ओम प्रकाश राजभर शुक्रवार (7 जुलाई) को आजमगढ़ जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। अपने संबोधन में ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि 7 अक्टूबर के बाद वह अपने पत्ते खोलेगें कि वह किस पार्टी के साथ जाएंगे। ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि अगर अगर सपा, बसपा, लोकदल, कांग्रेस, जेडयू और हम एक साथ आ जाएं तो प्रदेश में 70 प्लस सीटे जीतेंगें।
साल 2024 के चुनाव में सत्ता या विपक्ष की तरफ जाने के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि अभी इस संबंध में उनकी किसी भी पार्टी से बात नहीं हुई। 7 अक्टूबर को पटना में रैली है। उसके पहले या फिर उसके बाद अगर किसी पार्टी से बात बनती है तो इसकी जानकारी दी जाएगी। एनडीए के साथ ही पीडीए के सवाल पर ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष में रहने पर ही उन्हें पीडीए याद आता है। उन्होंने कहा कि पीडीए को मजबूत करना है तो कांग्रेस, सपा, बसपा, आरएलडी, जेडयू एक मंच आएं, अगर वो एक मंच पर साथ आते आते हैं तो वह खुद उस मंच पर मौजूद होंगे।