UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश में चुनावी दौर के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (सपा) के एक प्रत्याशी जनता के बीच खुद चॉपर उड़ाकर जाना चाहते थे। हालांकि, उनकी यह ख्वाहिश बस एक हसरत बनकर ही रह गई। ऐसा इसलिए, क्योंकि ऐन मौके पर प्रशासन ने उनको रोक दिया।
यह मामला बदायूं जनपद से जुड़ा है। वहां के दातागंज विधानसभा क्षेत्र के सपा कैंडिडेट कैप्टन अर्जुन सिंह यादव ट्रेन्ड पायलट हैं। वह अपने आप चॉपर उड़ाकर लोगों के बीच पहुंचना चाहते थे। उन्होंने इसके लिए प्रशासन से अनुमति के लिए पूरी तैयारियां तक कर ली थीं, पर बाद में उन पर पानी फिर गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हुआ यूं कि यादव की शुक्रवार (11 फरवरी, 2022) को चॉपर के जरिए पांच रैलियां होनी थीं। इन सभी जगहों पर हेलीपैड आदि बनवा लिए गए थे। बाकी चीजें भी तैयार कर ली गई थीं, पर जिला के अग्निशमन अफसर से इस मसले पर टिप्पणी/रिपोर्ट मांगी गई थी।
उन्होंने इसमें बताया था कि जनपद में सीएम योगी आदित्यनाथ की दो रैलियां होनी हैं। वहीं, कासगंज में पीएम मोदी की जन सभा भी थी। ऐसे में जिला के फायर टेंडर पहले से ही हेलीपैड पर सुरक्षा में तैनात हैं, लिहाजा कैप्टन यादव के चॉपर के लिए बनाए गए हेलीपैड के लिए अलग से फायर टेंडर का बंदोबस्त नहीं किया जा सकता है।
यादव के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया, सीएम और पीएम की रैलियां पहले से तय थीं। फिर भी प्रशासन ने उन्हें (यादव को) हेलीपैड बनाने और सभा करने की मंजूरी दे दी थी। पर शुक्रवार को एकदम से पीएम और सीएम की रैलियों में फायर टेंडर न होने का हवाला देते हुए उनकी चॉपर से होने वाली रैलियों को दी गई मंजूरी रद्द कर दी गई। बता दें कि कैप्टन यादव ने कनाडा के फ्लाइंग क्लब से ट्रेनिंग हासिल की है।
कांग्रेस स्टार प्रचारकों की लिस्ट में ‘G-23’ के किसी नेता का नाम नहीं
इस बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और कई अन्य नेता उत्तर प्रदेश विधानसभा के पांचवें चरण के चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाए गए हैं। हालांकि, इसमें ‘जी 23’ समूह के किसी नेता को स्थान नहीं मिला। दरअसल, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शुक्रवार को 30 स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी है। लिस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी कारण और कोविड महामारी के चलते दोनों नेता प्रचार के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे, जिस वजह से इनके नाम शामिल नहीं है।
